92 मैच 474 विकेट, फिर भी WTC फाइनल खेलने के योग्य नहीं अश्विन, अब टीम इंडिया को हो रहा होगा पछतावा

लंदन: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचद्रं अश्विन एक ऐसा नाम है जो इस वक्त सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में रोहित शर्मा ने अपने सबसे बेहतरीन और सबसे सफल गेंदबाज आर अश्विन को ही प्लेइंग 11 से ड्रॉप कर दिया। रोहित ने अश्विन के ऊपर रविंद्र जडेजा को प्राथमिकता दी। गौरतलब है कि इसका खामियाजा टीम इंडिया को भुगतना पड़ रहा है। पिच या कंडीशन जैसी भी हो अश्विन हमेशा टीम को विकेट लेकर देते हैं। वह इतने काबिल गेंदबाज हैं कि किसी भी पिच पर अपना जादू बिखेर सकते हैं।

डब्ल्यूटीसी फाइनल का पहला दिन पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया टीम के हक में रहा। रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया ने पहला दिन खत्म होने तक 3 विकेट के नुकसान पर 327 रन बोर्ड पर लगा दिए। ट्रेविस हेड ने कमाल का शतक (146*) जड़ा। वहीं स्टीव स्मिथ 95 रन पर नाबाद खेल रहे हैं।

टीम इंडिया के गेंदबाज पहले दिन पूरी तरह से बेबस नजर आए। रोहित सेना विकेट लेने में लगातार नाकाम रही। ऐसे में अब रोहित को अश्विन को ना खिलाने का पछतावा तो जरूर हो रहा होगा। क्योंकि अश्विन एक विकेट टेकिंग गेंदबाज हैं और जिस तरह से ओवरकास्ट कंडीशन के बाद लंच के आसपास धूप खिली। उस समय रोहित, अश्विन को ना खिलाने के फैसले पर और ज्यादा पचता रहे होंगे। यही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम में पांच लेफ्ट हैंडर्स हैं और ऐश का रिकॉर्ड लेफ्टी खिलाड़ियों के खिलाफ हमेशा से शानदार रहा है।

डब्ल्यूटीसी फाइनल 2021 में अश्विन ने किया था कमाल



न्यूजीलैंड के खिलाफ 2021 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में रविचंद्रन अश्विन को खेलने का मौका मिला था। उस मुकाबले में भी मौसम खराब था और स्पिनर्स के लिए परिस्थितियां इतनी अनुकूल नहीं थी।`लेकिन इसके बावजूद अश्विन ने पहली और दूसरी दोनों पारियों में 2-2 विकेट लिए थे। उन्होंने उस मैच में रविंद्र जडेजा से कई गुना बेहतर प्रदर्शन किया था।

ऐसे हैं टेस्ट क्रिकेट में अश्विन के आकड़ें


अश्विन ने 2011 से अब तक कुल 92 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 23 की औसत से 474 विकेट झटके हैं। उन्होंने टेस्ट कर्कट में 24 फोर विकेट हॉल और 32 फाइव विकेट हॉल लिए हैं। इतना ही नहीं बल्कि वह बल्ले से भी इस फॉर्मेट में कमाल करते हैं। अश्विन ने टेस्ट में 27 की औसत से 3129 रन बनाए हैं, जिसमें उनके बल्ले से 5 शतक और 13 अर्धशतक देखने को मिले हैं। बहरहाल, इस बात में कोई दोहराय नहीं कि टेस्ट में भारत के लिए जितने ज्यादा महत्वपूर्ण कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली हैं, उतने ही ज्यादा जरूरी अश्विन भी हैं। अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को बड़े मैच में ना खिला कर भारतीय टीम मैनेजमेंट ने बहुत बड़ी गलती की है।