प्रियंका गांधी बोलीं- महिलाओं को ये नहीं बताया जा सकता कि उन्हें क्या पहनना है

यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) को लेकर सियासी माहौल गर्म है. इस बीच कर्नाटक में हिजाब विवाद (Hijab Row) को लेकर कांग्रेस सचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) के बिकनी (Bikini) वाले बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. प्रियंका गांधी ने कहा था कि महिलाएं चाहें हिजाब पहनें, घूंघट करें या बिकनी पहनें, ये उनका अधिकार है. जब प्रियंका गांधी से प्रेस कॉन्फेंस में इसे लेकर सवाल पूछा गया तो वो भड़क गई. लखनऊ में कांग्रेस (Congress) का घोषणापत्र जारी करने के बाद हिजाब विवाद पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि एक महिला को जो कुछ भी वो चाहती है उस पहनने का अधिकार है. चाहे वो बिकनी हो, घूंगट हो, जींस हो या हिजाब हो. उसे ये नहीं बताना चाहिए कि उसे क्या करना है.

प्रियंका गांधी के इस बयान पर प्रेस कॉन्फ्रेस में मौजदू एक रिपोर्ट ने पूछा की स्कूल में बिकिनी कहां से आ गई? हिजाब का मुद्दा तो शैक्षिक संस्थान के संदर्भ में था. इस सवाल पर प्रियंका गांधी भड़क गईं. उन्होंने कहा कि आप जिस तरह से चाहें शब्दों को मोड़ सकते हैं, लेकिन तथ्य यह है कि महिलाओं को ये नहीं बताया जा सकता है कि क्या पहनना है.

30 साल बाद सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है कांग्रेस

वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग राज्य में जारी है. आज राज्य के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान हो रहा है और इस चरण में करीब का राज्य में करीब 2.30 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. वहीं आज कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर यूपी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों को बधाई दी है. प्रियंका गांधी ट्वीट में लिखा है कि “पश्चिमी उत्तरप्रदेश के मेरे प्यारे बहनों-भाइयों, वोट की ताकत का इस्तेमाल अपने मुद्दों और प्रदेश के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए करिए. यू पी कांग्रेस के मेरे सभी साथियों, कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों को शुभकामनाएं- आपको गर्व होना चाहिए कि 30 साल बाद. हम सभी सीटों पे अपनी ताक़त से लड़ रहे हैं.”

प्रियंका ने शेयर किया गीता का श्लोक

इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने गीता के श्लोक का भी जिक्र किया है. प्रियंका ने गीता के श्लोक कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि।।, को अपने ट्वीट में लिखा है. असल में राज्य कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ रही है और इस बार पार्टी ने किसी भी दल के साथ चुनावी गठबंधन नहीं किया है. जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था और राज्य में महज 7 सीटें ही जीत सकी है. जबकि समाजवादी पार्टी ने 47 सीटें जीती थी. लेकिन इस बार कांग्रेस ने किसी भी दल के साथ गठबंधन न कर, अकेले लड़ने का फैसला किया है.