उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Elections) के पहले चरण का मतदान जारी है और आज राज्य की 58 सीटों पर मतदान (Voting) हो रहा है. वहीं राज्य के 11 जिलों में मतदान हो रहा है. आज जिन सीटों पर चुनाव हो रहा है उनमें योगी सरकार के 9 कैबिनेट मंत्री भी अपनी किस्मत आजमा रहा है. वहीं मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री और सांसदों की की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है और सभी सांसदों को अपने जिले के बीजेपी प्रत्याशियों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. फिलहाल पश्चिम उत्तर प्रदेश के सांसदों में वीके सिंह, संजीव बालियान, एसपी सिंह बघेल केंद्र सरकार में मंत्री हैं और इसके साथ ही अन्य नौ सांसदों की भी आज परीक्षा हो रही है. क्योंकि इन चुनाव में हार जीत उनका सियासी भविष्य भी तय करेगी.
हालांकि देश में 2024 में लोकसभा चुनाव होंगे. लेकिन उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव बीजेपी के सांसदों और मंत्रियों के लिए अहम है. क्योंकि विधानसभा चुनाव में जो भी सांसद अपने क्षेत्र से ज्यादा से ज्यादा विधायकों को जीताएगा, लोकसभा चुनाव में उसके टिकट की गारंटी उतनी ही ज्यादा होगी. राज्य में चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने सभी सांसदों से पार्टी प्रत्याशी को चुनाव जिताने का जिम्मा सौंपा था.
जानिए किन सांसदों की आज है जनता के दरबार में परीक्षा
संजीव बालियान
अगर बात संजीव बालियान की करें तो वह बीजेपी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़े नेता माने जाते हैं. वहीं मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर हुए चुनाव में बुढ़ाना और चरथावल विधानसभा सीटों पर आरएलडी आगे थी और मुजफ्फरनगर, खतौली और सरधना में बीजेपी आगे थी और बाद में बीजेपी इस सीट पर जीत दर्ज.इसके बाद बालियान को केन्द्र में मंत्री भी बनाया गया.
वीके सिंह
गाजियाबाद संसदीय सीट पर केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह की प्रतिष्ठा दांव है. जिले की लोनी, साहिबाबाद, मुरादनगर और गाजियाबाद विधानसभा सीटों पर बीजेपी लोकसभा चुनाव में आगे रही. लिहाजा इस बार विधानसभा चुनाव में उन्हें चुनाव जीताने का जिम्मा दिया गया है.
डॉ भोला सिंह
भोला सिंह बुलंदशहर से बीजेपी के सांसद हैं और लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बुलंदशहर, स्याना, अनूपशहर, डिबाई और शिकारपुर की पांचों सीटों पर जीत दर्ज की थी और और भोला सिंह जीतकर सांसद बने थे.
महेश शर्मा
महेश शर्मा केन्द्र में मंत्री रह चुके हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी नोएडा, दादरी, जेवर, सिकंदराबाद और खुर्जा सभी विधानसभा सीटों पर जीती थी और महेश शर्मा यहां से सांसद बने. लिहाजा विधानसभा चुनाव में इस सीटों पर जीत कराना उनके कंधों पर है.
राजकुमार चाहर
राजकुमार चाहर फतेहपुर सीकरी से सांसद हैं और लोकसभा चुनाव में पार्टी ने यहां की ज्यादातर सीटों में अच्छा प्रदर्शन किया था.
प्रदीप चौधरी
इस बार कैराना सीट पर बीजेपी का पूरा फोकस है और बीजेपी के दिग्गज नेता वहां का दौरा भी कर चुके हैं. वहीं शामली जिले में लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैराना, थाना भवन और शामली में आगे थी. हालांकि नकुड़ में सपा आगे थी और गंगोह में भी बीजेपी आगे थी.
हेमा मालिनी
हेमा मालिनी भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा से सांसद हैं और छात्रा, मांट, गोवर्धन मथुरा में हेमा मालिनी आगे रहीं. यहां पर हेमा मालिनी को बड़ी जीत मिली थी.
सत्यपाल सिंह
मुंबई पुलिस के कमीशनर रहे सत्यपाल सिंह केन्द्र में मंत्री भी रहे हैं. उन्होंने रालोद की गढ़ बागपत सीट में लोकसभा चुनाव में आरएलडी के संस्थापक चौधरी अजीत सिहं को मात दी थी. बागपत की सिवालखास, छपरौली में सपा गठबंधन आगे था लेकिन बीजेपी के सत्यपाल सिंह को बरौली, बागपत और मोदीनगर में बड़ी बढ़त मिली थी.
राजेंद्र अग्रवाल
मेरठ लोकसभा सीट से राजेन्द्र अग्रवाल सांसद हैं. उन्होंने पिछले चुनाव में मेरठ कैंट विधानसभा सीट में बढ़ती मिली थी. जबकि किठौर, मेरठ, मेरठ दक्षिण, हापुड़ सीट पर बबीएसपी आगे थी. लेकिन उसके बावजूद वह लोकसभा चुनाव जीतने में सफल रहे.
राजवीर दिलेर
हाथरस में लोकसभा चुनाव के दौरान जिले की चर्रा, इगलास, सादाबाद, सिकंदरा में बीजेपी आगे थी और राजवीर दिलेर यहां से सांसद बने थे.
सतीश गौतम
मुस्लिम बहुल अलीगढ़ की खैर, अलीगढ़, बरौली, अतरौली और कोल सीट पर बीजेपी को लोकसभा चुनाव में बढ़त मिली थी. लिहाजा सतीश गौतम की सांसद के रूप में प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है.
एसपीए बघेल
आगरा सीट से सांसद एसपीएस बघेल भी मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और वह केन्द्र में मंत्री हैं. जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वह योगी सरकार में मंत्री थी. आगरा जिले की एत्मादपुर, आगरा कैंट, आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर, जलेसर में बीजेपी आगे रही और बीजेपी ने यहां से लोकसभा चुनाव जीता
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