दिल्ली/हैदराबाद: भारतीय परंपरा में वसंत को ऋतुओं का राजा कहा जाता है. इस ऋतु में वृक्षों में नई कोपलें फूटती हैं और आम के वृक्ष बौर से खिल उठते हैं. हर ओर आंखों को सुकून देने वाली हरियाली दिखाई देती है. जैसे प्रकृति ने अपना श्रृंगार कर लिया हो. प्रेमी युगलों को भी यह मौसम खूब भाता है. पाश्चात्य संस्कृति मिलने की इसी ऋतु को वेलेंटाइन्स वीक के रूप में मनाती है. इस सप्ताह प्रेमी युगल एक-दूसरे को उपहार देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं. भारत में भी अब इस सप्ताह को युवाओं के उत्सव के रूप में जाना जाने लगा है.
वेलेंटाइन्स वीक के सातों दिनों की कुछ न कुछ विशेषता है. पहले दिन को ‘रोज डे’ कहते हैं. इसके बाद आता है ‘प्रपोज डे’. तीसरे दिन प्रेमी अपनी प्रेमिका को चॉकलेट देकर ‘चॉकलेट डे’ मनाते हैं. सप्ताह के चौथा दिन को ‘टेडी डे’ कहते हैं. इस दिन युवक अपनी प्रेमिका को उपहार स्वरूप टेडी देते हैं. पांचवें दिन प्रेमी युगल ‘प्रॉमिस डे’ मनाते हैं और इस दिन एक-दूसरे का विश्वास जीतते हैं. दोनों हमेशा साथ निभाने का वादा करते हैं. छठे दिन को hug day या आलिंगन दिवस कहते हैं और एक-दूसरे को गले लगाकर अपने रिश्ते को और मजबूत बनाते हैं. इसके बाद आता है ‘किस डे’.
अलग-अलग परंपराओं के सात दिन गुजारने के बाद वह दिन यानी 14 February आता है, जिसका इंतजार प्रेमी युगलों को सालभर रहते हैं. इस दिन को वेलेंटाइन्स डे कहते हैं. इसी दिन प्रेमी-प्रेमिका अपने प्यार पर मुकम्मल मानते हैं. वैलेंटाइन वीक 7 फरवरी से शुरू होता है और 14 फरवरी तक चलता है. 7 फरवरी को हर साल रोज डे मनाया जाता है. रोज डे (Rose Day 2022) के कुछ दिन पहले से ही मार्केट में लाल, पीले, सफेद और गुलाबी रंग के गुलाब मिलने लगते हैं. रोज डे का दिन अपने प्यार का इजहार करने के लिए काफी अच्छा माना जाता है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं आखिर रोज डे क्यों मनाया जाता है. और इसके पीछे की कहानी क्या है.
क्यों मनाया जाता है रोज डे: रोज डे के दिन लोग उन लोगों से अपने प्यार (Valentine Week 2022) का इजहार करते हैं जिन्हें वह पसंद करते हैं. इस दिन लोग सामने (Rose Day 2022) वाले को रोज देकर लोग अपनी फीलिंग्स का इजहार करते हैं.
रोज डे का इतिहास (Rose Day History): गुलाब के फूल को अपनी फीलिंग्स एक्प्रेस करने का प्रतीक माना जाता है. माना जाता है कि मुगल बेगम नूरजहां को लाल गुलाब बहुत अधिक पसंद था. कहा जाता है कि नूरजहां के दिल को खुश करने के लिए उनके पति रोज टन के हिसाब से ताजे गुलाब उनके महल भिजवाया करते थे. एक और मान्यता के मुताबिक, महारानी विक्टोरिया के समय में लोगों ने अपनी फीलिंग्स को एक्सप्रेस करने के लिए गुलाब के फूल को आदान-प्रदान (Rose Day date in 2022) करने की परंपरा की शुरुआत की थी. माना जाता है कि विक्टोरियन और रोमन भी अपने प्यार का इजहार गुलाब से ही करते थे.
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