ग्वालियर 09 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक बार नाथूराम गोडसे की प्रतिमा की स्थापना की तैयारी तेज कर दी गई है. हिंदू महासभा ने एडीएम को पत्र लिखकर इसकी परमिशन मांगी है. अब तक हिंदू महासभा गोडसे और नारायण आप्टे की जयंती पर कार्यक्रम करती रही है.
ग्वालियर में हिंदू महासभा एक बार फिर बापू के हत्यारा नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे को लेकर फिर सक्रिय हो गई है. हिंदू महासभा ने अपने कार्यालय में नाथूराम गोडसे और उनके साथी नारायण आप्टे की प्रतिमा लगाने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी है. इसके लिए बाकायदा हिंदू महासभा ने प्रतिमा लगाने की अनुमति के लिए जिले के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी को पत्र लिखा है. हिंदू महासभा ने प्रशासन को पत्र में लिखा है कि विश्व मानव अधिकार दिवस पर गोडसे और नारायण आप्टे की मूर्ति लगाने की अनुमति दी जाए.
पहले भी हो चुका है विवाद
नाथूराम गोडसे को लेकर हिंदू महासभा कई बार चर्चा में रही है. हिंदू महासभा ने साल 2017 में गोडसे की मूर्ति स्थापित करने के लिए मंदिर बनाया था. उस समय भी इस पर काफी विवाद हुआ था. इसके बाद प्रशासन हरकत में आय़ा और मंदिर बंद कराकर मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया था. इसके बाद अब भी नाथूराम गोडसे की मूर्ति जिला प्रशासन के कब्जे में है लेकिन इसके बावजूद भी हिंदू महासभा गोडसे की जयंती और पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित करती है. व्याख्यान माला के साथ-साथ कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं.
गोडसे और आप्टे की मूर्ति हुई तैयार
अभी हाल में ही हत्यारे नाथूराम गोडसे और उनके सहयोगी नारायण दत्तात्रेय आप्टे की 72वीं पुण्यतिथि पर हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे की नई मूर्ति लगाकर पूजा की थी. उस समय महासभा ने कहा था कि जल्द ही आप्टे की प्रतिमा तैयार की जा रही है और दोनों की प्रतिमाएं हिंदू महासभा के दफ्तर में स्थापित की जाएंगी. हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जमीर भारद्वाज का कहना है कि नाथूराम गोडसे और उनके साथी नारायण आप्टे की प्रतिमा लगाने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी है. गोडसे और आप्टे की प्रतिमाएं तैयार हो चुकी हैं.
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