मशहूर छत्तीसगढ़ी अभिनेता और बीजेपी नेता राजेश अवस्थी का निधन, गरियाबंद में तबीयत बिगड़ने के बाद ली अंतिम सांस

गरियाबंद,03 फरवरी 2025 – छत्तीसगढ़ी फिल्म जगत और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए एक दुखद खबर सामने आई है। प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेता एवं भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक राजेश अवस्थी का रविवार रात 11:28 बजे गरियाबंद जिला अस्पताल में निधन हो गया।

रविवार को वे भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने गरियाबंद पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद वे अपने मित्रों के साथ रुके थे, तभी अचानक सीने में दर्द की शिकायत होने पर उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।

गरियाबंद – छत्तीसगढ़ी फिल्म जगत और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए एक दुखद खबर सामने आई है। प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेता एवं भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक राजेश अवस्थी का रविवार रात 11:28 बजे गरियाबंद जिला अस्पताल में निधन हो गया।

रविवार को वे भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने गरियाबंद पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद वे अपने मित्रों के साथ रुके थे, तभी अचानक सीने में दर्द की शिकायत होने पर उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।

उनके निधन की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव सिंह, संगठन महामंत्री पवन साय, रायपुर सांसद एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, धरसींवा विधायक अनुज शर्मा, राजिम विधायक रोहित साहू, भाजपा जिला अध्यक्ष अनिल चंद्राकर, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन सहित फिल्म और राजनीतिक जगत के दिग्गजों ने गहरा शोक व्यक्त किया।

गरियाबंद से गहरा जुड़ाव

राजेश अवस्थी का जन्म गरियाबंद जिले में हुआ था और उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी यहीं हुई। उन्हें अपने गृह जिले से विशेष लगाव था, जिस कारण वे अक्सर यहां आते रहते थे। उनके निधन की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में समर्थक और मित्र जिला अस्पताल पहुंचे।

सिनेमा जगत में अमिट छाप

राजेश अवस्थी ने छत्तीसगढ़ी सिनेमा में अपनी खास पहचान बनाई थी। ‘टूरा चायवाला’ सहित कई हिट फिल्मों में उनके शानदार अभिनय ने दर्शकों का दिल जीता। उनके योगदान को देखते हुए भाजपा सरकार ने उन्हें छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम का अध्यक्ष भी नियुक्त किया था।

उनके आकस्मिक निधन से छत्तीसगढ़ के कला, सिनेमा और राजनीति जगत में अपूরণीय क्षति हुई है।