बाल हमारी खूबसूरती को बढ़ाते हैं. हम जब भी अपने आस-पास लोगों को देखते हैं तो उनके नैन-नक्श पर गौर फरमाते हैं. इसके बाद हमारा ध्यान बालों पर जाता है. बालों को सिर का ताज भी कहा जाता है. लेकिन पिछले कुछ सालों में गूगल पर सफेद बालों के बारे में सर्च करने वाले लोगों की तादाद में काफी इजाफा हुआ है.
कम उम्र में सिर के बालों का सफेद होना नया ट्रेंड बनता जा रहा है. लेकिन सफेद बालों को लेकर कई सारी बातें कही जाती रही हैं. अगर किसी के बाल उम्र से पहले ही पकने लग जाएं (सफेद होना) तो लोग उन्हें तरह-तरह के घरेलू नुस्खों या फिर ट्रीटमेंट सलाह दे डालते हैं. लेकिन सफेद हो रहे बालों को लेकर लोगों के मन में जो चीज चलती रहती है- वो है क्या एक सफेद बाल तोड़ने सारे काले बाल ग्रे होने लग जाएंगे?
ज्यादातर लोगों के पास इसका कोई जवाब नहीं होता. सफेद बालों के परेशान होकर वह अच्छे से अच्छे डॉक्टर के पास जाते हैं. लेकिन क्या वाकई इस दावे में सच्चाई है कि एक सफेद बाल तोड़ने से सारे बाल ग्रे होने शुरू हो जाएंगे. आइए इसका जवाब जानते हैं एक्सपर्ट से. लेकिन इससे पहले आपको ये बताते हैं कि आखिर बाल कैसे सफेद होते हैं.
उम्र बढ़ने पर क्यों सफेद होने लगते हैं बाल?
इसको लेकर अमेरिका के वैज्ञानिकों ने रिसर्च की है. इन शोधकर्ताओं का कहना है कि बालों को काला रखने वाली कोशिकाएं परिपक्व होने की क्षमता खो देती हैं. इसी वजह से बाल सफेद होने लगते हैं. न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के मुताबिक, हमारी स्किन में मौजूद रोम छिद्रों से बाल बाहर निकलते हैं. यहीं पर बालों को काला बनाए रखने वाले सेल्स होते हैं.
रिसर्चर्स कहते हैं कि ये सेल्स बनती और बिगड़ते रहते हैं. इन सेल्स का निर्माण स्टेम सेल से होता है. न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का मानना है कि जब स्टेम सेल से इन सेल्स का निर्माण नहीं हो पाता तो बाल सफेद होने लगते हैं. अब बात करते हैं उस दावे कि, जिसमें लोगों का मानना है एक सफेद बाल तोड़ने से पूरे बाल ग्रे होने शुरू हो जाएंगे.
कितनी है सच्चाई
दिल्ली के श्रीबालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में सीनियर कंसल्टेंट, डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. विजय सिंघल कहते हैं कि जब किसी व्यक्ति के एक या दो बाल सफेद होना शुरू होते हैं, तो उसका उन्हें उखाड़ने का मन कर सकता है. लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि क्या एक सफ़ेद बाल को उखाड़ने से कई और सफेद बाल आ सकते हैं? दरअसल, बालों को अपना रंग मेलेनिन से मिलता है. ये हमारे बालों, आंखों और त्वचा में पाया जाने वाला एक पिग्मेंट है.
उम्र बढ़ने के साथ इस पिग्मेंट की मात्रा कम होती जाती है और मेलेनिन का उत्पादन कम होने लगता है. जब बालों के रोम में इस पिग्मेंट को बनाने वाली कोशिकाएँ मर जाती हैं, तो हमारे बालों का रंग नहीं दिखता और वो हमें सफेद प्रतीत होते हैं. जब आप अपने एक सफेद बाल को उखाड़ते हैं तो उसके आस-पास के बालों के रोम पर कोई असर नहीं पड़ता क्योंकि आस-पास की कोशिकाएं अभी भी जीवित रहती हैं और हमारे बालों का प्राकृतिक रंग बनाए रखती हैं. सीधे शब्दों में कहें तो ऐसा बिलकुल भी नहीं है. सफेद बाल तोड़ने से दोगुने सफेद बाल नहीं आते.
रोम छिद्रों पर नहीं पड़ता कोई असर
डॉ. सिंघल बताते हैं कि आपको ऐसा लग सकता है कि सफेद बालों को उखाड़ने से दूसरे बाल भी सफेद हो जाते हैं, लेकिन ये सिर्फ आपके सिर की उम्र बढ़ने और मेलेनिन पिग्मेंट की कम मात्रा में उत्पादन के कारण होता है. सफेद बाल उखाड़ने से दूसरे बालों के रोम पर कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन इससे उस रोम को नुकसान पहुंचता है जिसे आपने उखाड़ा है.
हेयर फॉलिकल्स को नुकसान
सफेद बालों को जड़ से उखाड़ने पर हेयर फॉलिकल्स को नुकसान होने का खतरा रहता है. इससे बालों की ग्रोथ प्रभावित हो सकती है। इसलिए सफेद बालों को न उखाड़ें और बालों को हेल्दी रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें. भरपूर मात्रा में पानी पिएं, 7 से 8 घंटे की नींद लें और तनाव बिल्कुल भी न लें.
बालों के सफेद होने के ये भी है कारण
मेडिकल न्यूज टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, विटामिन्स की कमी के कारण भी ऐसा होता है. जब शरीर में विटामिन डी3, बी12, कोपर, जिंक और कैल्शियम जैसे तत्व होते हैं तो भी ये सफेद होने लगते हैं. इसके अलावा, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, जेनेटिक्स, मेडिकल कंडीशन और स्मोकिंग से भी बाल ग्रे होने लगते हैं.
क्या इन्हें रोका जा सकता है?
अगर आपके बाल समय से पहले सफेद हो रहे हैं तो अपने खानपान का ध्यान रखें. जेनेटिक्ट कारणों में एक्सपर्ट्स का भी यही कहना है कि इन्हें सिर्फ बढ़ने से रोका जा सकता है यानी सफेद बालों को काला नहीं किया जा सकता.
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