भारतीय जनता पार्टी कोरबा जिला संगठन प्रभारी गिरधर गुप्ता ने भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लखन लाल देवांगन की उपस्थिति में वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के राज्य सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि –

कोरबा। कांग्रेस के नेताओं का आचरण हमेशा दोहरेपन का रहा है। कोरोना की लड़ाई में केंद्र सरकार के साथ आने के बजाय इन्होंने देशवासियों के बीच अफवाह फैला कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का ही प्रयास अभी तक किया है ।

गिरधर गुप्ता ने कहा कि पहले इन्होंने कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाई और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री स्वदेशी कोरोना वैक्सीन के खिलाफ जहर उगलते हुए वैक्सिनेशन के बजाय वैक्सीन को ढाई महीने तक डब्बे में बन्द करके रखे रहे ।

प्रदेश के नेताओ ने केंद्र की वैक्सीन नीति का विरोध करते हुए सबको वैक्सिनेशन की मांग की और जब केंद्र ने 18+ को वैक्सिनेशन की अनुमति दे दी तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य कांग्रेसी नेताओं के हाथ पांव फूल गए । जब बाकी राज्य वैक्सीन का ऑर्डर कर रहे थे तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने आकाओं को खुश करने केंद्र पर आरोप लगाने में समय गंवा रहे थे । सब को वैक्सीन लगाने के बजाय राज्य की भूपेश बघेल सरकार ने वैक्सिनेशन में भी आरक्षण लागू कर दी ।

प्रदेश सरकार माननीय उच्च न्यायालय का आदेश का अनुपालन नही कर रही है। सर्व हित और सर्व समाज के लिये टीकाकरण नीति बनाया जाये लेकिन प्रदेश की सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिये केवल मात्र जुटी है। उसे कभी प्रदेश के जनता की चिंता नही रही हैं । जरा भी चिंता होती तो टीकाकरण के लिये आवश्यक कार्रवाई जरूर करती।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल करते हुए पूछा है कि जब पिछले वर्ष प्रदेश में कोरोना अन्य राज्यो की अपेक्षा थोड़ी देर से फैला तो 10 जनपथ के अपने आकाओं को खुश करने कह दिया कि राहुल गांधी के सलाह के कारण हमारे प्रदेश में कोरोना कम फैला । क्या अभी राहुल जी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से नाराज है या कोरोना रोकने के लिये सलाह नही दे रहे है???

उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते कहा कि कोरोना की लड़ाई से लेकर सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट तक कांग्रेस का विरोध जनता को गुमराह करने वाला, झुठ फैलाने वाला व दहशतगर्दी का रहा है। पिछले 1 साल से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की जनता को लेकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है और कांग्रेस पार्टी कोरोना से लड़ाई लड़ने के बजाए प्रधानमंत्री मोदी जी से लड़ाई में लगे हुए है।

इस महामारी काल में अंत्योदय की चिंता हमारे हमेशा लक्ष्य में रहा है और रहेगा। कोरोना के विस्तार के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा सबकी चिंता की है। सबको अन्न योजना चल रहे हैं। अंत्योदय चिंता करते देश की 80 करोड़ जनता को इस काल में राशन सुलभ करवा रहे है।

दूसरी तरफ सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी कोरोना काल की दूहाई देते हुए सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का विरोध कर रही है। वही दूसरी ओर उनके संरक्षण में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार, हजारो करोड़ रूपये खर्च कर नई राजधानी क्षेत्र में आवश्यकता नही होते हुए भी इसी कोरोना काल में विधानसभा भवन, मुख्यमंत्री महल, मंत्री महल व हज हाउस बना रही है, आखिर क्यों ?

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को यह बताना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा भवन, मुख्यमंत्री निवास, मंत्रिगणों के निवास के रहते हजारों करोड़ रूपये खर्च कर नये महल बनाने की क्या आवश्यकता है।

सोनिया गांधी, राहुल गांधी व कांग्रेस पार्टी को यह भी बताना चाहिए कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट जिसकी यू.पी.ए. सरकार में तत्कालीन लोकसभा अध्यक्षा मीरा कुमार ने आवश्यकता को रेखांकित किया था। अब इसी प्रोजेक्ट का किस मुंह से विरोध कर रही है। यही तो कांग्रेस व कांग्रेस के नेताओं का विरोधाभाषी चरित्र है।

कांग्रेस और कांग्रेस के नेता हमेशा कॅन्फ्यूजन में रहते है। कांग्रेस पार्टी ने पहले लाॅकडाउन का विरोध किया, अब सभी कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री खुद लाॅकडाउन लगा रहे है और राहुल गांधी देश में लाॅकडाउन की बात कर रहे है। कांग्रेस एवं कांग्रेस के नेताओं ने खुले आम टीकाकरण का विरोध कर देश के वैज्ञानिकों का अपमान किया।

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने तो एक कदम आगे बढ़ाते हुए कहा था कि वे छत्तीसगढ़ की जनता को कोविक्सीन नही लगवायेगें। केन्द्र सरकार कोवेक्सीन की खेप छत्तीसगढ़ में न भेजे। और अब यही कांग्रेस के नेता और कांग्रेस पार्टी वेक्सीनेशन के लिए हल्ला मचा रही है।

कोविड-19 को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कमान अपने हाथ में लेकर पूरे देश में कोविड-19 के खिलाफ अभियान चलाना चालू किया तो कांग्रेस पार्टी व इनके राज्यों के मुख्य मंत्रियों ने कोविड-19 को लेकर अधिकार विकेन्द्रीकरण की मांग कर कार्यवाही के अधिकार राज्यों को देने की मांग की। और जब केन्द्र ने राज्यों को अधिकार दे दिया गया और जब ये कुछ नही कर पा रहे है तो फिर केन्द्र के ऊपर आरोप क्यों लगा रहे है।

डॉ राजीव सिंह ने शराब की होम डिलीवरी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि आज जहां आपदा में लोगो को दवाई, ऑक्सिजन, बेड, व उचित चिकित्सा की आवश्यकता है वहा ये कांग्रेस सरकार शराब घर पहुंचा कर दे रही है । ऐसा लगता है शराब पीने वालों से ज्यादा शराब पिलाने की चिंता सरकार को है । उन्होंने कहा कि सत्ता के लिये हाथ मे गंगाजल लेकर इन्होंने शराबबंदी की कसम खाई थी और अभी मौका भी अच्छा था शराबबंदी का, लेकिन कांग्रेस नेताओ को अपने वादे से मुकरना बहुत अच्छे से आता है इसलिये शराबबंदी के बजाय शराब की होम डिलीवरी चालू करवा दी । यही कांग्रेस और कांग्रेस नेताओं का दोहरा चरित्र है।

डॉ राजीव सिंह ने कहा कि इस प्रदेश इस कोरोना काल में कई अधिकारियों व कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना सेवा कार्य के दौरान हुई है। इस सारे लोगों के परिजनों को तत्काल सारे नियमों शिथिल करते हुए अनुकंपा नियुक्ती दी जानी चाहिये। जिसकी हम मांग करते हैं।

जिला मीडिया प्रभारी मनोज मिश्रा ने इस वर्चुअल प्रेस वार्ता का संचालन किया, आभार प्रदर्शन संतोष देवांगन ने तथा वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का प्रबंध जिला IT सेल संयोजक नवदीप नंदा, अजय चंद्रा एवं पवन सिन्हा ने किया ।

इस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश उपाध्यक्ष लखनलाल देवांगन, भाजपा जिला महामंत्री द्वय संतोष देवांगन व टिकेश्वर राठिया, उमा भारती सराफ, प्रफुल्ल तिवारी, जिले के अन्य पदाधिकारी सहित विभिन्न समाचार पत्र, चैनलों एवं न्यूज़ पोर्टल के पत्रकारगण उपस्थित रहे ।