सेहत: इस मसाले की गर्मी से पिघल जाएगा शरीर में जमा प्यूरिन

आजकल लोगों में गाउट की समस्या बढ़ती जा रही है।  ये असल में प्रोटीन के खराब मेटाबोलिज्म की वजह से है जिसके कारण शरीर में प्यूरिक जैसा वेस्ट प्रोडक्ट जाम होने लगता है। ये असल में ऑक्सलेट क्रिस्टल्स के रूप में हड्डियों के बीच जमा हो जाता है और फिर एक गैप पैदा करता है जिसे हम गाउट की समस्या कहते हैं। इस समस्या में शरीर की हड्डियों में तेज दर्द होता है और समय के साथ ये ज्यादा परेशान करने वाला हो सकता है। ऐसे में हल्दी का पानी आपके लिए मददगार हो सकता है। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

हाई यूरिक एसिड में हल्दी का पानी पीने के फायदे

प्यूरिन पचाने में मददगार
हाई यूरिक एसिड के मरीजों के लिए हल्दी का पानी कई प्रकार से काम कर सकता है। पहले तो हल्दी का करक्यूमिन तत्व शरीर में गर्मी पैदा करता है और ये प्रोटीन पचाने की गति को तेज करता है। इससे पूरा प्रोटीन पच जाता है प्यूरिन सहित और फिर ये इसे हड्डियों के बीच जमा होने से रोकता है।

डिटॉक्सीफाई एजेंट है हल्दी का पानी
हल्दी का पानी पीने से ये शरीर में जमा गंदगी के साथ प्यूरिन को पिघलाते हुए इसे शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। ये हड्डियों में जाम प्यूरिन के तत्व को फ्लश ऑउट करने में मदद करता है जिससे ये शरीर से ऑक्सलेट पत्थर के रूप में जमा नहीं होते और गाउट की समस्या का कारण नहीं बनते।

एंटी इंफ्लेमेटरी है हल्दी
हल्दी एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और ये दर्द और सूजन को कम करने में मददगार है। तो, हाई यूरिक एसिड में भी ये इसके दर्द और सूजन में कमी लाने में मदद करता है। इसके अलावा ये समय के साथ गाउट की समस्या को भी कम करने में मदददगार है।



हाई यूरिक एसिड में हल्दी का पानी कब पिएं

हाई यूरिक एसिड में हल्दी का पानी आपको सुबह खाली पेट लेना है। आपको करना ये है कि आधा कप पानी में छोटी चम्मच हल्दी मिलाकर इस उबाल लें। जब पानी थोड़ा सा गाढ़ा हो जाए तो इसे गैस से उतार लें। इसके बाद इसमें काला नमक और थोड़ा सा नींबू का रस मिला लें। अब इस पानी को हफ्ते में 3 बार पिएं। इस तरह से हल्दी का पानी इस समस्या को कम करने में मददगार हो सकता है।