अब यूनिवर्सिटी में मेहंदी की पढ़ाई होगी. इसमें बेटी के साथ मां, दादी और नानी भी एडमिशन लें सकती हैं. 48 घंटे का पूरा कोर्स शुरू किया गया है. मेहंदी पर सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया गया है. यह कोर्स वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी ने शुरू किया है. कोर्स डिपार्टमेंट ऑफ कंटिन्यू एजुकेशन एंड एक्टेंशन वर्क के तहत संचालित किया जाएगा. बेसिक ऑफ मेहंगी एंटरप्रेन्योरशिप नाम के इस कोर्स दाखिले के लिए 7 दिन बाद आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी.
कोर्स की फीस 8 हजार 500 रुपये रखी गई है, जो ऑनलाइन आवेदन से समय ही जमा करनी होगी. कोर्स की खास बात यह है कि इसमें 70 फीसदी प्रैक्टिकल और 30 फीसदी थ्यौरी की पढ़ाई कराई जाएगी. कोर्स 48 घंटे का होगा और एक बैच में केवल 30 छात्र को ही दाखिला मिलेगा.
किसकी होगी पढ़ाई?
मेहंदी कहां से आई और इसकी उत्पत्ती कहां से हुई,मेहंदी का पौधा कैसे होता है और इसे कैसे बढ़ाया जा सकता है. मेंहदी के पौधे से मेहंदी कैसे निकाली जाती है आदि कई जीचों की जानकारी इस कोर्स के तहत दी जाएगी.
क्या है इसकी खासियत?
मेहंदी सर्टिफिकेट कोर्स में एडमिशन के लिए कोई योग्यता की आवश्यकता नही है. इसमें कोई भी दाखिला ले सकता है. कोर्स में एडमिशन के लिए कोई उम्र सीमा का भी निर्धारण नहीं किया गया है. पढ़ाई करते समय भाषा की भी परेशानी नहीं होगी. नई शिक्षा नीति के तहत किसी भी भाषा में परीक्षा दे सकते हैं कोर्स पूरा करने के बाद विश्वविद्यालय की ओर से सर्टिफिकेट दिया जाएगा.
महिलाओं को मिलेगा रोजगार
विश्वविद्यालय के अनुसार कोर्स में मेहंदी लगाने के विभिन्न डिजाइन के बारे में भी बताया जाएगा. कोर्स पूरा करने के बाज महिलाएं मेहंदी एक्सपर्ट के रुप में अपना काम शुरू कर सकती है. इससे महिलाओं के लिए नए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे.
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