डेस्क। कांग्रेस ने शनिवार को सरकार पर जी20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर झुग्गियों को ढकने या ध्वस्त करने और आवारा जानवरों को पकड़े जाने का आरोप लगाया। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ”भारत की वास्तविकता को हमारे मेहमानों से छिपाने की कोई जरूरत नहीं है।” कांग्रेस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें शनिवार को यहां शुरू हुए दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन से पहले झुग्गी-झोपड़ी वाले कुछ इलाके हरे कपड़े से ढके दिखाई देते हैं।
GOI is hiding our poor people and animals. There is no need to hide India’s reality from our guests.— Rahul Gandhi (@RahulGandhi)
इसने कहा, ‘‘जी20 से पहले मोदी सरकार ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए गरीबों के घरों को पर्दे से ढकवा दिया है। क्योंकि राजा को गरीब से नफरत है।” राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत सरकार हमारे गरीबों और बेजुबान जानवरों को छिपाने में लगी हुई है। भारत की सच्चाई को हमारे मेहमानों से छिपाने की कोई जरूरत नहीं है।” कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘जी20 का उद्देश्य सकारात्मक पहल के लिए विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का एक मंच पर आना है। इसका उद्देश्य वैश्विक समस्याओं से सहयोगात्मक ढंग से निपटना है…झुग्गियों को या तो ढक दिया गया है या ध्वस्त कर दिया गया है, जिससे हज़ारों लोग बेघर हो गए। सिर्फ़ प्रधानमंत्री की छवि को चमकाने के लिए आवारा पशु बेरहमी से पकड़े गए हैं और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया है।” ‘ऐसा वहीं संभव जहां लोकतंत्र नहीं’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को जी20 रात्रिभोज के लिए आमंत्रित नहीं किए जाने पर सरकार की आलोचना करते हुए शनिवार को कहा कि ऐसा केवल उन्हीं देशों में संभव है, जहां लोकतंत्र या विपक्ष का अस्तित्व नहीं है। चिदंबरम ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि ‘‘इंडिया, जो कि भारत है” उस स्थिति में नहीं पहुंचा है, जहां लोकतंत्र और विपक्ष का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
चिदंबरम ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मैं कल्पना नहीं कर सकता कि किसी अन्य लोकतांत्रिक देश की सरकार विश्व के नेताओं के लिए आयोजित राजकीय रात्रिभोज में विपक्ष के मान्यता प्राप्त नेता को आमंत्रित नहीं करे। ऐसा केवल उन्हीं देशों में हो सकता है, जहां लोकतंत्र नहीं है या विपक्ष नहीं है।” उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि ‘इंडिया, जो कि भारत है’ उस स्थिति में नहीं पहुंचा है, जहां लोकतंत्र और विपक्ष का अस्तित्व नहीं हो।”
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