COVID-19 New Variant : सामने आया कोरोना का एक और नया वेरिएंट, जानिए कहां मिले EG.5.1 के मामले…


COVID-19 New Variant EG.5.1:
 दिसंबर 2019 में चीन से फैले कोरोना वायरस ने दुनिया को अने आगोश में ले लिया. तीन साल बाद भी इस महामारी ने पीछा नहीं छोड़ा है. हालांकि, कोरोना के मामले अब बेहद कम हो गए हैं लेकिन अब इसके नए-नए वेरिएंट इंसानों को बार-बार डरा रहे हैं. इसी बीच ब्रिटेन में एक नए कोविड वेरिएंट मिलने की बात सामने आई है. जिसके बारे में यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) ने जानकारी दी है.

यूकेएचएसए की मुताबिक, ब्रिटेन में सामने आ रहा हर सात में से एक मामला इस नए वेरिएंट से संबंधित है. कोरोना के इस नए वेरिएंट को वैज्ञानिकों ने EG.5.1 नाम दिया है. वैज्ञानिकों के मुताबिक नया वेरिएंट EG.5.1 कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट से निकला है. UKHSA के मुताबिक, नए वेरिएंट के ज्यादातर मामले एशिया में देखने को मिले हैं. ईजी.5.1 नाम का ये वेरिएंड 31 जुलाई को पहली बार ब्रिटेन में दर्ज किया गया.

स्काई न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में इस वेरिएंट के मामले बढ़े हैं, रिपोर्ट के मुताबिक, 10 जुलाई के बाद से हर हफ्ते में 9 में से एक मामला EG.5.1 वेरिएंट से जुड़ा बताया गया है. वहीं नए डेटा से पता चला है कि ब्रिटेन के कुल नए कोविड केस में इसकी हिस्सेदारी 14.6 फीसदी हो गई है. इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि ये वेरिएंट ब्रिटेन में तेजी से फैलने वाला दूसरा सबसे खतरनाक वेरिएंट है. जिसके चलते ब्रिटेन में कोरोना के मामले भी बढ़ने लगे हैं.

अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम

ब्रिटेन के अधिकारियों का कहना है कि वो हालात पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. यूकेएचएसए में इम्युनाइजेशन की प्रमुख डॉ मैरी रामसे का कहना है कि अस्पतालों में हर उम्र के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन इनमें ज्यादातर बुजुर्ग शामिल हैं. उन्होंने कहा, ‘फिलहाल अस्पताल में एडमिट होने वालों की संख्या काफी कम है और ना ही आईसीयू में ज्यादा मरीज भर्ती हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि हम हालात पर करीबी से नजर रखे हुए हैं.

WHO भी कर रहा नए वेरिएंट की निगरानी

वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि हमने कोरोना के नए वेरिएंट EG.5.1 पर पिछले दो हफ्तों से नजर रखना शुरू किया है. डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस का कहना है कि भले ही लोग वैक्सीन की वजह से सुरक्षित हैं, लेकिन इसके चलते लापरवाही बरतने की जरूरत नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने सभी देशों से अनुरोध किया कि वे अभी कोरोना के लिए बने नियमों को समाप्त न करें.