डायबिटीज एक ऐसी बीमारी जिसमें शरीर में शुगर कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। इस बीमारी में शुगर मेटाबोलिज्म खराब हो जाता है और इंसुलिन प्रोडक्शन बंद हो सकता है। ऐसे में जरुरत है कि आप शुगर मेटाबोलिज्म को तेज करें और इस काम में ये चाय आपकी मदद कर सकता है। ऐसी ही एक चाय है गिलोय टी जो कि इंसुलिन प्रोडक्शन को बढ़ाने में तेजी से काम कर सकता है और आपको डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा भी डायबिटीज में गिलोय टी पीने के कई फायदे हैं। आइए, जानते हैं इन बारे में विस्तार से।
मधुनाशिनी है गिलोय
आयुर्वेद में गिलोय को ‘मधुनाशिनी’ के नाम से जाना जाता है जिसका अर्थ है ‘चीनी को नष्ट करने वाली’। इसलिए जब शुगर के मरीज इस चाय को पीते हैं तो यह इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है जो अंततः ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। ये फास्टिंग और नॉन-फास्टिंग, दोनों ही शुगर को कम करने में मददगार है।
न्यूरोपैथी में मददगार
आयुर्वेद में न्यूरोपैथी की समस्या बहुत तेजी से बढ़ने लगती है। इसमें सेल्स और टिशूज खराब होने लगते हैं और इसका आपकी स्किन पर एक गहरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में गिलोय इस स्थिति से बचाने में मददगार है और डायबिटीज न्यूरोपैथी से खतरे को कम करता है और आपकी नसों को शुगर की वजह से खराब होने से बचाता है।
लिवर और किडनी के लिए फायदेमंद
डायबिटीज होने के साथ लिवर और किडनी की समस्या बड़ी तेजी से बढ़ने लगती है। गिलोय डायबिटीज की जटिलताओं जैसे अल्सर और किडनी की समस्याओं को कम करने में मददगार है। ये लिवर और किडनी के काम काज को तेज करता है और इनसे जुड़ी बीमारियों से बचाता है। तो, दोपहर और रात के खाने के बाद आधा चम्मच गिलोय पाउडर लें और इसे पानी में मिलाकर इसी नॉर्मल चाय बनाएं। फिर इसका सेवन करें।
[metaslider id="347522"]