KORBA: दुर्घटना का शिकार हुयी गौमाता के न्याय के लिये श्री रामकृष्ण गौ सेवा संस्था ने प्रशासन को सौंपा ज्ञापन


कोरबा, 20 जुलाई । सडकों पर बेरहमी से रौंदी जा रहीं गौमातायें, कोई पालक ही नहीं । आज गौमातायें निराश्रित हो गयी हैं। सड़कें ही इनका बसेरा बन गया है। रोजाना हादसे का शिकार हो रही गौवंश।

आखिर न्याय कैसे मिले ?


कुछ दिवस पूर्व ही सुभास चौक में सभी हिन्दु संगठनों व संस्थाओं ने प्रशासन को गौरक्षा व गौसंरक्षण हेतु 50 पेजों में धरने में उपस्थित लोगों से हस्ताक्षर करा कर प्रशासन को ज्ञापन सौंपे थे। उसका क्या हुआ? सब प्रश्नचिन्ह बन जाता है। वही स्थिति पुन: उत्पन्न हो जाती है।


आज सुबह 7.30 के लगभग गौमाता के दुर्घटना ग्रस्त होने की सूचना मिलते ही अविलंब ही उपचार व्यवस्था कराये गये। किन्तु गौमाता सभी अंगों से घायल हो गयी थीं। बहुत ही दर्दनाक स्थिति में थी। घटना स्थल पर गौसेवा संस्था के अलावा अन्य हिन्दू संगठन के लोग गौमाता के लिये पुन: आज न्याय की माँग में लगे हुये थे।
इसी दरमियान गौमाता के मालिक मालकिन भीड़ का हिस्सा बन गये। जिनको गौमाता की बिल्कुल सुध नहीं थी। फिर एक राजनीतिक माहौल पनप गया।
श्री रामकृष्ण गौसेवा संस्था ने अपना फर्ज निभाया ,गौमाता के बेहतर ईलाज हेतु डिप्टी डायरेक्टर, पशु चिकित्सा सेवायें कोरबा को पुन: दूरभाष पर सूचना दिये, तत्काल उनके द्वारा शल्य चिकित्सक को घटना स्थल पर भेजे गये। गौमाता की गंभीर स्थिति देखकर चिकित्सक के निरिक्षण में तत्काल गौशाला भेजे गये।


गौसेवा संस्था के अध्यक्ष द्वारा प्रशासन के सभी विभागों पुलिस अधीक्षक कोरबा, जिला कलेक्टर कोरबा,नगर निगम कोरबा, बाल्को थाना प्रभारी, बाल्को प्रबंधन को ज्ञापन सौंपे गये।


संस्था के अध्यक्ष ने ज्ञापन में प्रशासन से कोई मुआवजे की मांग न करते हुये ऐसी कोई व्यवस्था प्रणाली की मांग किये हैं , जिससे गौवंशों को दर्दनाक हादसे से रोका जा सके । संस्था के अध्यक्ष ने ज्ञापन में यह भी लिखे हैं कि प्रशासन के बनाये नियमों का पालन गौ सेवा संस्था करेंगी।