चंडीगढ़,15 मई 2025 : चंडीगढ़ के सरकारी दफ्तरों में अब कामकाज की क्वालिटी सुधारी जाएगी। यूटी के चीफ सेक्रेटरी राजीव वर्मा की अगुआई में हुई बैठक में तय हुआ कि सभी विभाग ईमानदारी, पारदर्शिता और लोगों की संतुष्टि के लिए नए सर्टिफिकेशन और सिस्टम को अपनाएंगे।
चीफ सेक्रेटरी राजीव वर्मा ने कहा कि सभी विभाग अब एंटी ब्राइबरी मैनेजमेंट सिस्टम (ISO 37001) को अपनाएं। इससे दफ्तरों में रिश्वत जैसे मामलों पर रोक लगेगी। हर विभाग को सर्विस क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम लागू करना होगा, ताकि यह पता चल सके कि लोगों को कैसी सुविधा मिल रही है।
पानी की क्वालिटी पर नगर निगम को मिली शाबाशी
नगर निगम चंडीगढ़ ने पाइप से मिलने वाले पानी की क्वालिटी का सर्टिफिकेट लेने की पहल की है। अगर यह सर्टिफिकेट मिल गया, तो चंडीगढ़ देश का पहला शहर होगा जहां लोगों को पूरी तरह से शुद्ध पानी मिलेगा। पुराने रिकॉर्ड की हालत सही नहीं है, इसलिए नगर निगम और एस्टेट ऑफिस को कहा गया है कि वे रिकॉर्ड मैनेजमेंट सिस्टम अपनाएं। जिससे कोई फाइल इधर-उधर ना हो।
मुख्य इंजीनियर को कहा गया कि चंडीगढ़ के लिए बनाए गए SP-73 बिल्डिंग नियम लागू करें, ताकि शहर की इमारतें भी सही तरीके से बनें।
हर विभाग में एक अधिकारी क्वालिटी का जिम्मेदार
हर विभाग को एक जिम्मेदार अफसर (नोडल ऑफिसर) तैनात करने को कहा गया है, जिसे BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) ट्रेनिंग देगा। लोगों को बताया जाएगा कि असली सामान की कैसे जांच करें। बैठक में ये भी कहा गया कि लोगों को BIS केयर ऐप के बारे में बताया जाए, जिससे वे सोना-चांदी या किसी भी सामान की असली पहचान कर सकें।
छोटे व्यापारियों और फैक्ट्री मालिकों को भी गुणवत्ता के नियमों के बारे में जागरूक किया जाएगा, ताकि उनके प्रोडक्ट भी भरोसेमंद हों।