बिलासपुर, 10 मई । कानन पेंडारी जू की बाघिन रश्मि ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। किडनी फेल होने के कारण वह सप्ताहभर से बीमार थी। यूरिन नहीं होने से पेट में पानी भर रहा था। बीमार बाघिन को वन्य प्राणी चिकित्सकों की टीम बचाने का प्रयास कर रही थी। लेकिन तमाम उपाय बेकार साबित हुए। बीमार होने के सात से आठ दिन में मौत होने से जू प्रबंधन सकते में हैं। रश्मि कानन पेंडारी जू की बाघिन रंभा की शावक है।
रंभा ने पिछले साल 17 अप्रैल को चार शावकों को जन्म दिया था। इसमें तीन मादा और एक नर है। जब से जू शावकों का जन्म हुआ था, तो उन्हें मां के साथ ही रखा गया था। सब कुछ सामान्य था। चारों शावक स्वस्थ भी थे। लेकिन, सप्ताहभर पहले ही रश्मि की एकाएक तबीयत बिगड़ गई। उसको यूरिन नहीं हो रहा था। इसके अलावा शरीर में गर्म था। इन दोनों समस्याओं को देखते हुए जू प्रबंधन सकते में आया। सबसे ज्यादा चिंता यूरिन नहीं होने से थी।
सबसे पहले ब्लड जांच उसके बाद रेडियाग्राफी और सोनोग्राफी कराई गई। करीब सप्ताहभर से रश्मि को केज से निकालकर जू परिसर स्थित पशु चिकित्सालय में रखा गया था, ताकि उसका बेहतर ढंग से इलाज हो सके। इसके अलावा जूकीपर की ड्यूटी भी लगाई गई थी। इधर जांच रिपोर्ट आने के बाद जू प्रबंधन सकते में आ गया। इस जांच में पुष्टि हुई कि रश्मि की किडनी फेल हो गई है।
जू प्रबंधन ने बीमारी पकड़ में आने के बाद उस तरह की जांच कराई। लेकिन, जू प्रबंधन बाघिन को नहीं बचा सका। मंगलवार को दोपहर बजे के करीब उसने दम तोड़ दिया। मौत के बाद पशु चिकित्सकों ने बाघिन का पोस्टमार्टम किया। जू के अफसरों की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया।
जू प्रबंधन बाघिन रश्मि को बचाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहा था। स्थानीय चिकित्सकों के अलावा मैसूर, भुवनेश्वर, भोपाल समेत कुछ और बड़े चिडियाघरों के चिकित्सकों का सुझाव लेकर इलाज कर रहे थे। लेकिन यह सारे उपाय बेकार रहे। जू प्रबंधन को जरा भी उम्मीद नहीं थी कि रश्मि इतनी जल्दी चली जाएगी। इस घटना से जू प्रबंधन जितने सकते में है, उससे कहीं इस बात को लेकर चिंतित है कि बाघिन को आखिर किडनी की समस्या कैसे आई। इसकी वजह जानने का प्रयास भी किया जा रहा है कि इतनी बड़ी बीमारी की वजह आखिर क्या हो सकती है।
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