Ponniyan Selvan 2 Twitter Review: बाहुबली 2 से बेहतर PS 2, मणिरत्नम की फिल्म का चला जादू, नेशनल अवॉर्ड की मांग

नई दिल्ली, 28 अप्रैल  Ponniyan Selvan 2 Twitter Review: कॉलीवुड के मास्टरमाइंड डायरेक्टर मणिरत्नम की पोन्नियिन सेल्वन 2 (Ponniyan Selvan 2) शुक्रवार को रिलीज हो गई है। फिल्म का पहला पार्ट नवंबर 2022 में रिलीज हुआ था, जिसे दुनियाभर में सराहना मिली थी। पोन्नियिन सेल्वन की शानदार सफलता के बाद दर्शक PS 2 का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। अब चोल साम्राज्य पर आधारित ये फिल्म थिएटर्स में दस्तक दे चुकी है। रिलीज के साथ ही PS 2 ने ग्रैंड ओपनिंग की है। फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की बेहद अच्छी प्रतिक्रियाएं मिल रही है।

पीएस 2 की शानदार ओपनिंग

पोन्नियिन सेल्वन 2 की सबसे बड़ी हाईलाइट ऐश्वर्या राय हैं। फिल्म में ऐश्वर्या के साथ चियान विक्रम, जयम रवि और त्रिशा कृष्णन जैसे साउथ सुपर स्टार्स शामिल हैं। फिर भी सबसे ज्यादा चर्चा बच्चन बहू बटोर रही हैं। कुछ दर्शकों ने तो फिल्म देखने के बाद पोन्नियिन सेल्वन 2 और ऐश्वर्या के लिए नेशनल अवॉर्ड की मांग तक कर डाली। यहां पढ़ें पीएस 2 का ट्विटर रिएक्शन…

बाहुबली से हुई तुलना

फिल्म का रिव्यू करते हुए एक यूजर ने कहा, “ये देश का असली गर्व है। टॉलीवुड फैंस माफ करना। पोन्नियिन सेल्वन ओवर रेटेड बाहुबली 2 से कहीं ज्यादा बेहतर है। बॉक्स ऑफिस खतरे में है।”

शानदार है सिक्वेल

एक अन्य यूजर ने ट्वीट किया, “एक शब्द में पोन्नियिन सेल्वन का रिव्यू- विजेता। मणिरत्नम ने कमाल का सिक्वेल बनाया है। चियान विक्रम हाईलाइट हैं। फेस ऑफ सीन शानदार है। पूरी कास्ट ने अच्छा काम किया है। म्यूजिक, सिनेमेटोग्राफी और आर्ट वर्क टॉप नॉच है। ओवरऑल पोन्नियिन सेल्वन 2 एक अच्छी पीरियड ड्रामा फिल्म है।”

नेशनल अवॉर्ड की मांग

ऐश्वर्या राय की तारीफ करते हुए एक यूजर ने लिखा, “फिल्म का बेस्ट किरदार नंदनी का है। जितनी अच्छे से इसे ऐश ने निभाया है कोई और नहीं कर सकता। मेरी तरफ से ऐश्वर्या राय बच्चन को अपनी परफॉर्मेंस के लिए नेशनल अवॉर्ड मिलना चाहिए। नंदिनी की आंखें किसी भी एक्टर को अपना बना लेंगी।”

क्लाइमैक्स है ओरिजिनल

फिल्म को धीना बताते हुए एक यूजर ने कहा, “विक्रम और ऐश्वर्या ने महफिल लूट ली। त्रिशा, जयम रवि और कार्थी ने शानदार हैं। विजुअल और आर्ट आग है। मुझे पता नहीं है कि क्यों कई सारे हाई प्वाइंट्स स्लो मोशन में है। बीजीएम निराशाजनक है। फिल्म धीमा है, लेकिन कहानी बखूबी बयां किया गया है। फिल्म का अंत पसंद आया।”

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