World Malaria Day 2023 : मलेरिया एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है, जिसके लिए तत्काल डॉक्टर की सलाह ली जानी चाहिए, लेकिन मलेरिया के बचाव के लिए आप अपने किचन में मौजूद कुछ औषधियों का भी उपयोग कर सकते हैं और इनके उपयोग से मलेरिया के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
मलेरिया में गुणकारी है दालचीनी
मलेरिया के इलाज में दालचीनी एक बहुमूल्य उपाय है। एक चम्मच पिसी दालचीनी को एक गिलास पानी में एक चुटकी काली मिर्च पाउडर और एक चम्मच शहद मिलाकर उबाल कर इसे रोजाना लेना चाहिए।
ऐसे करें अदरक का सेवन
अदरक को छोटे टुकड़ों में काट लें और दो-तीन किशमिश इसके साथ मिला लें। इसे एक गिलास पानी में तब तक उबालें, जब तक इसकी मात्रा आधी न हो जाए। ठंडा होने पर इसे पी लें।
तुलसी के पत्तों का सेवन
मलेरिया में तुलसी के पत्तों का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। तुलसी के पत्तों काा कच्चा सेवन भी किया जा सकता है या आप इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
हल्दी
हल्दी का आयुर्वेद में काफी महत्व बताया गया है। हल्दी अच्छी एंटीऑक्सीडेंट होती है। हल्दी शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है, जो प्लाज्मोडियम संक्रमण के कारण बनते हैं। हर दिन मलेरिया पैरासाइट को मारने में भी मदद करती है। मलेरिया से निपटने के लिए हर रात 1 गिलास हल्दी वाला दूध पीना चाहिए।
संतरे के रस का सेवन
मलेरिया से संक्रमित होने पर अपनी डाइट में संतरे का रस ले सकते हैं। संतरे के रस में विटामिन C होता है, जो इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। संतरे का रस बुखार को कम करने में भी मदद कर सकता है।
नींबू और शहद
नींबू और शहद दोनों प्राकृतिक एंटीसेप्टिक्स हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। आप गर्म पानी में नींबू का रस और शहद मिलाकर इस मिश्रण को दिन में कई बार पी सकते हैं।
लहसुन
लहसुन में एलिसिन नामक यौगिक होता है, जिसमें एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। मलेरिया के लिए एक प्राकृतिक उपचार बनाने के लिए आप लहसुन की कुछ कलियों को पीसकर शहद के साथ मिलाकर ले सकते हैं।
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