ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्रों को नौकरी ढूंढना होगा आसान, सरकार ने लिया ये फैसला

Australia Visa: ऑस्ट्रेलियन हाई कमिश्नर बैरी ओ’फारेल ने कहा है कि भारतीय छात्रों सहित इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को अब ऑस्ट्रेलिया में नौकरी खोजने में कोई परेशानी नहीं होने वाली है. हाई कमिश्नर ने कहा कि विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा के एक्सटेंशन की वजह से अब नौकरी ढूंढने वालों को पढ़ाई के दौरान आसानी होगी. हाई कमिश्नर ने कहा कि इंटरनेशनल स्टूडेंट्स Australia में एक बेहतरीन टैलेंट पूल होते हैं, खासतौर पर अस्थायी नौकरियों में.

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए असीमित वर्किंग ऑवर्स को हटाने का फैसला किया था. हालांकि, वर्किंग ऑवर्स पर कैप लगाने के बाद भी पोस्ट-स्टडी वीजा की अवधि बढ़ाई जा सकती है. ऑस्ट्रेलियाई गृह मंत्रालय ने कहा कि 1 जुलाई 2023 से इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को प्रति पखवाड़े सिर्फ 48 घंटे काम करने की ही इजाजत दी जाएगी. कोविड-19 महामारी की वजह से सरकार ने वर्किंग ऑवर्स की सीमा को हटा दिया था, क्योंकि देश में कामगारों की कमी हो गई थी.

पोस्ट स्टडी वीजा का बढ़ेगा टाइम
ऑस्ट्रेलिया सरकार ने वर्किंग ऑवर्स पर कैप को फिर से बहाल किया, ताकि इंटरनेशनल स्टूडेंट्स ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के दौरान काम करते हुए खुद को सपोर्ट कर सकें. स्टूडेंट्स इस बात पर ध्यान दें कि ऑस्ट्रेलियाई गृह मंत्रालय पोस्ट-स्टडी वीजा का दायरा उन चुनी गईं डिग्रियों और उन फील्ड के लिए बढ़ाया जाएगा, जहां लोगों की कमी देखने को मिल रही है. अभी इसे मंजूरी नहीं दी गई है, अगर इसे मंजूर कर लिया जाता है, तो स्टूडेंट्स को दो साल तक रहने का मौका मिलेगा.

बैचलर डिग्री के लिए वीजा के दायरे का मतलब है कि स्टूडेंट्स को दो से चार साल तक रहने का मौका मिलेगा. मास्टर डिग्री की बात करें, तो ये अवधि तीन से पांच साल की होगी. पीएचडी स्टूडेंट्स के लिए वीजा एक्सटेंशन चार से छह साल का होगा.

छात्रों को मिलेगी मदद
ऑस्ट्रेलियन हाई कमिश्नर ने कहा कि पोस्ट-स्टडी वीजा का दायरा फायदेमंद होगा, खासतौर पर उन स्टूडेंट्स के लिए जो साइंस, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी और मैथ्स से जुड़ी फील्ड में पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक्सटेंशन स्टूडेंट्स को काम के अवसरों का पता लगाने और उनके संबंधित क्षेत्रों में एक्सपीरियंस हासिल करने में मदद करेगा.