गूगल का जेमिनी एआई मॉडल गूगल सर्च और जेमिनी लाइव में एआई ओवरव्यू के लिए अधिक भारतीय भाषाओं को जोड़कर भारत के लिए प्रोडक्ट्स में बदलाव ला रहा है। यह वीडियो का उपयोग करके सर्चिंग करने का एक नया तरीका भी पेश कर रहा है
गूगल क्रेडिट एक्सेस को आसान बना रहा है और गूगल वॉलेट में हेल्थ कार्ड सुरक्षित रूप से एक्सेस करने के लिए साझेदारी कर रहा है
गूगल क्लाउड ने एक ओपन-सोर्स जेमिनी एजेंट फ्रेमवर्क की घोषणा की है, जो जेमिनी की शक्ति को भारत में लाएगा। इसने जेमिनी 1.5 फ्लैश भी लॉन्च किया है, जो अब भारत में होस्ट किया जा रहा है, जिससे ऑर्गेनाइजेशंस को क्लाउड और एआई समाधान सुरक्षित करने की सुविधा मिलती है। गूगल क्लाउड अन्य देशों को डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने में मदद करने के उद्देश्य से प्लग-एंड-प्ले मॉडल ‘डीपीआई इन ए बॉक्स’ बनाने के लिए एकस्टेप फाउंडेशन के साथ साझेदारी कर रहा है। यह नंदन नीलेकणी के नेतृत्व में संचालित संस्था है
भारत के कार्यालयों और क्लाउड क्षेत्रों को सशक्त बनाने के लिए दो स्वच्छ ऊर्जा साझेदारियों की घोषणा
वित्तीय घोटालों से निपटने के लिए उन्नत धोखाधड़ी सुरक्षा हेतु आगामी एंड्रॉइड पायलट की घोषणा करके गूगल स्थानीय ऑनलाइन सुरक्षा प्रयासों को मजबूत कर रहा है। इसके अतिरिक्त, यह 2025 में भारत में गूगल सेफ्टी इंजीनियरिंग सेंटर लॉन्च करेगा
एआई साक्षरता के साथ 1 करोड़ भारतीयों को सशक्त बनाने के लिए नई कौशल पहल, एआई स्किल्स हाउस की शुरुआत
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर, 2024: गूगल फॉर इंडिया अपने 10वें संस्करण का जश्न मना रहा है। ऐसे में, कंपनी सहयोगात्मक नवाचार को अपनाने के दस साल के टीम वर्क को उजागर कर रही है, जिसने भारत में लाखों यूज़र्स को टेक्नोलॉजी से संबंधित लाभ पहुँचाए हैं। यह आयोजन भारत के विभिन्न क्षेत्रों में एआई को व्यावहारिक और प्रासंगिक बनाने तथा व्यक्तियों, व्यवसायों और समाज को समग्र रूप से प्रभावित करने पर केंद्रित था।
इवेंट के दौरान, गूगल ने ‘भारत के लिए एआई अवसर एजेंडा’ श्वेतपत्र जारी किया। इस रोडमैप का उद्देश्य तीन मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करके सरकार के भारत एआई मिशन का समर्थन करना है। इन तीन मुख्य क्षेत्रों में अभिनव इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना, एआई-रेडी कार्यबल तैयार करना और टेक्नोलॉजी तक समावेशी पहुँच को बढ़ावा देना
इसके अनुसार, इस कार्यक्रम की शुरुआत इन तीन विषयों पर हुई:
प्रत्येक भारतीय के लिए गूगल के कंज्यूमर प्रोडक्ट्स में एआई को शामिल करना:
गूगल ने पूरे भारत में लोगों के लिए जानकारी को अधिक सुलभ और उपयोगी बनाने के उद्देश्य के तहत नए एआई-संचालित नवाचारों की घोषणा की। अपने उन्नत एआई मॉडल, जेमिनी का उपयोग करके, गूगल अपने प्रोडक्ट्स का विस्तार कर रहा है। इसमें गूगल सर्च में एआई ओवरव्यू और भारतीय भाषाओं में जेमिनी लाइव शामिल हैं। गूगल ने वीडियो के साथ सर्च के लिए एक नया गूगल लेंस एक्सपेरिमेंट भी पेश किया है। इतना ही नहीं, अधिक जानकारीपूर्ण, स्पष्ट विज़ुअल और सुरक्षित यात्राओं के लिए गूगल मैप्स में भी शानदार सुविधाएँ जोड़ी हैं।
● जेमिनी लाइव के साथ जेमिनी से 9 भारतीय भाषाओं में बात की जा सकती है। भारत में, भारतीय भाषा का उपयोग करने वाले जेमिनी के 40% से अधिक यूज़र्स पहले से ही वॉइस इंटरैक्शन्स का उपयोग करते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, गूगल ने हाल ही में अंग्रेजी में जेमिनी लाइव लॉन्च किया है। इसकी सहायता से फोन पर अधिक प्राकृतिक और फ्लो में वॉइस कन्वर्सेशन्स की जा सकेंगी। जेमिनी लाइव को अब आने वाले हफ्तों में आठ भारतीय भाषाओं के साथ हिंदी में भी लॉन्च किया जाएगा। इन भाषाओं में बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, तेलुगु, तमिल और उर्दू शामिल हैं।
● अधिक भारतीय भाषाओं में गूगल सर्च का एआई अवलोकन: कंपनी गूगल सर्च के लिए कस्टमाइज्ड जेमिनी मॉडल के साथ यूज़र्स के लिए आवश्यक जानकारी को तुरंत ढूँढना आसान बना रही है। साथ ही, कंपनी सर्च, एआई ओवरव्यू में अपने जेन एआई अनुभव का भी विस्तार कर रही है, जिसे इस साल की शुरुआत में अंग्रेजी और हिंदी में लॉन्च किया गया था। यह सुविधा आने वाले हफ्तों में अन्य भारतीय भाषाओं: बंगाली, मराठी, तेलुगु और तमिल में उपलब्ध होगी। एआई ओवरव्यू यूज़र्स को सर्च के माध्यम से तुरंत जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है और अधिक विवरण के लिए संबंधित वेब पेजेस की लिंक्स भी प्रदान करता है, जिससे सर्च को लेकर अनुभव बढ़ता है।
● वीडियो के साथ सर्च करने की नई गूगल लेंस सुविधा: गूगल लेंस का भारत में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। यहाँ किसी भी अन्य देश की तुलना में काफी अधिक यूज़र्स हैं, जो हर महीने गूगल लेंस का उपयोग करते हैं। गूगल वीडियो के साथ सर्च की सुविधा देकर लेंस को बेहतर बना रहा है, जिसकी सहायता से यूज़र्स गतिमान चीज़ों के बारे में भी जटिल से जटिल प्रश्न पूछ सकते हैं। गूगल, सर्च का कस्टम जेमिनी मॉडल वीडियो का विश्लेषण करेगा और लिंक्स के साथ सहायक एआई अवलोकन प्रदान करेगा। यह सुविधा जल्द ही मोबाइल में अंग्रेजी प्रश्नों के उत्तर देगी और साथ ही उन सर्च लैब्स यूज़र्स के लिए उपलब्ध होगी, जो ‘एआई अवलोकन और अधिक’ प्रयोग में नामांकित हैं।
● गूगल मैप्स के साथ अधिक जानकारीपूर्ण, स्पष्ट विज़ुअल और सुरक्षित सफर: एआई की मदद से गूगल मैप्स स्पष्ट विज़ुअल प्रदान करने के साथ ही अधिक जानकारीपूर्ण बनता जा रहा है। जेमिनी मॉडल के उपयोग माध्यम से, मैप्स अरबों रिव्यूज़ का विश्लेषण करके स्थानों का सारांश पेश करेगा, जिससे यूज़र्स को यह तुरंत समझ में आ जाएगा कि अन्य लोगों का इस स्थान विशेष के बारे में क्या कहना है। यह सुविधा इस महीने के अंत में भारत में शुरू हो जाएगी। इसके अतिरिक्त, मैप्स एआई-संचालित इमेज रिकग्निशन की सुविधा भी प्रदान करेगा, जिससे यूज़र्स को न केवल स्थानों, बल्कि ‘थीम वाले जन्मदिन केक’ या ‘सबसे शानदार पिकनिक स्पॉट’ जैसी विशिष्ट वस्तुओं और अनुभवों को ढूँढने में मदद मिल सकेगी। गूगल मैप्स अब इमेजेस का विश्लेषण करके सबसे समृद्ध विज़ुअल परिणाम देगा, फोटोज़ को प्राथमिकता देगा और विज़ुअल अनुभव के माध्यम से एक्सप्लोरेशन की सुविधा प्रदान करेगा। यूज़र सेफ्टी बढ़ाने के लिए, गूगल मैप्स भारत में दो नए मौसम संबंधी अलर्ट्स भी पेश कर रहा है, जिसमें कोहरे और बाढ़ वाली सड़कों के कारण कम दृश्यता वाले क्षेत्र शामिल हैं। यूज़र्स अपने समुदाय को सूचित रखने के लिए इन अलर्ट्स को देख सकते हैं और रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, गूगल नए टूल्स भी पेश करेगा, ताकि व्यापारी अपने प्रोडक्ट्स को अधिक रचनात्मक तरीके से प्रदर्शित कर सकें और अपने ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें।
● गूगल मर्चेंट सेंटर के प्रोडक्ट स्टूडियो में नए एआई टूल्स व्यवसायों को सुविधाएँ देंगे, जिसकी सहायता से वे प्रोडक्ट्स को अधिक रचनात्मक रूप से प्रदर्शित कर सकेंगे। वहीं, इमेज-टू-वीडियो एनीमेशन सुविधा से इमेजेस को आकर्षक वीडियोज़ में बदला जा सकता है। यहाँ तक कि व्यवसाय आकर्षक इमेजेस उपलोड करके ऐसे विज़ुअल्स भी बना सकते हैं, जो उनकी ब्रांड शैली से मेल खाते हों।
● गूगल ने एक नई सुविधा भी पेश की है, जिसकी सहायता से रेस्तरां के मेनू फोटो को फॉर्मेटेड ऑनलाइन मेनू में बदला जा सकता है। अपने गूगल बिज़नेस प्रोफाइल के माध्यम से अपने सोशल अकाउंट्स को लिंक करके, रेस्तरां लोकप्रिय एग्रीगेटर्स की डील्स के साथ-साथ अपने सोशल मीडिया पोस्ट की डील्स भी प्रदर्शित कर सकते हैं। इन एग्रीगेटर्स में ज़ोमैटो, स्विगी, ईज़ीडाइनर और मैजिकपिन जैसे नाम शामिल हैं।
● गूगल मर्चेंट सेंटर के माध्यम से, व्यवसाय अब सीधे अपनी सर्च लिस्टिंग से एसएमएस या व्हाट्सएप के माध्यम से चैट विकल्प प्रदान कर सकते हैं, जिससे ग्राहकों के लिए जुड़ना आसान हो जाता है। भारत चुनिंदा व्यापारियों के समूह के साथ इसे शुरू करने वाले पहले बाजारों में से एक होगा और आने वाले महीनों में इसका सभी व्यवसायों तक विस्तार होगा।
गूगल पे नई साझेदारियों और सुविधाओं के साथ अपनी सेवाओं का विस्तार कर रहा है, जिसमें मुथूट फाइनेंस के सहयोग से गोल्ड-बैक्ड सिक्योर्ड लोन्स भी शामिल है। भारत में लोग अब किफायती ब्याज दरों और उपयोग के आदर्श विकल्पों के साथ इस क्रेडिट प्रोडक्ट को एक्सेस कर सकते हैं, जो लेनदार को लचीलापन और देनदार को सुरक्षा प्रदान करता है।
गूगल पे ने यह भी घोषणा की, कि उसकी जेमिनी-संचालित सपोर्ट गाइड अब क्रेडिट प्रोडक्ट्स से संबंधित प्रश्नों के उत्तर भी दे सकती है। यह यूज़र्स को उनकी क्रेडिट यात्रा में सूचित विकल्प चुनने में मदद करेगी।
गूगल रिसर्च टीम ऐसे टूल्स बनाने के लिए विचार और मार्गदर्शन प्रदान करके, गूगल हेल्थ चार्टर के तहत नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (एनएचए) की मदद कर रही है, जो डेवलपर्स को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन आर्किटेक्चर के साथ सहजता से जुड़ने की सुविधा देते हैं। यह सहयोग एकीकरण के समय को छह महीने से घटाकर केवल दो सप्ताह कर सकता है।
कंपनी ने यह भी घोषणा की, कि अगले साल से आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) आईडी कार्ड्स 60 करोड़ से अधिक आभा आईडी धारकों के लिए सुलभ हो जाएँगे। यह ईका केयर के साथ साझेदारी में गूगल वॉलेट पर उपलब्ध होगा। इन आईडी कार्ड्स से लोगों को देश भर के हेल्थकेयर ग्रुप्स के साथ डिजिटल स्वास्थ्य जानकारी को आसानी से संग्रहीत करने, साझा करने और प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी। इसकी सहायता से उन्हें अपनी भलाई के लिए भारत के पब्लिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर का बेहतर उपयोग करने में मदद मिलेगी। गूगल वॉलेट में अपनी हेल्थ आईडी जोड़ने या एक्सेस करने के लिए, आभा आईडी धारकों को फिंगरप्रिंट, पिन या पासकोड का उपयोग करके अपने डिवाइस को प्रमाणित करना होगा।
ईका केयर के को-फाउंडर और सीओओ, दीपक तुली ने कहा, “यह हेल्थकेयर को डिजिटल बनाने के भारत के प्रयासों में एक प्रमुख उपलब्धि है, जो हमारे माननीय प्रधान मंत्री के नेतृत्व में एबीडीएम के तहत एक महत्वपूर्ण पहल है। गूगल वॉलेट के साथ, हम लोगों के लिए मेडिकल रिकॉर्ड तक पहुँच में सुधार कर रहे हैं। उनका आभा कार्ड गूगल वॉलेट में सुरक्षित रूप से संग्रहीत रहेगा, जिससे उनके लिए ईका केयर ऐप के माध्यम से किसी भी समय और कहीं भी अपने मेडिकल रिकॉर्ड को एक्सेस करना आसान हो जाएगा।”
जेमिनी और गूगल क्लाउड के माध्यम से व्यवसायों और लोगों को बड़े पैमाने पर प्रभावित करना
यूपीआई और आधार द्वारा किए गए अद्भुत बदलाव से प्रेरणा लेते हुए और बड़े पैमाने पर प्रभाव डालने के लिए, गूगल क्लाउड ने अपने प्लान की घोषणा की है। इसमें बेकन-सक्षम (Beckn) ओपन नेटवर्क और जेमिनी की ताकत को एक साथ लाया जाएगा। इसके लिए एक ओपन-सोर्स जेमिनी एजेंट फ्रेमवर्क उपलब्ध कराया जाएगा, जिसे हर भारतीय व्यवसाय और यूज़र इस्तेमाल कर सकेंगे।
यह फ्रेमवर्क गूगल के सबसे योग्य एआई मॉडल जेमिनी द्वारा संचालित है, जो यूज़र्स को इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर बीज, नौकरियों से लेकर शैक्षिक पाठ्यक्रमों तक की लिस्टिंग खोजने और कृषि व कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आसानी से लेन-देन करने की सुविधा प्रदान करता है। लोग इस उपयोगी जानकारी को एक ही इंटरफेस से, अपनी पसंदीदा भाषा में, किसी भी नेटवर्क-कंप्लायंट ऐप पर, अपनी आवाज़ से एक्सेस कर सकते हैं।
अब किसान एक ही जगह से बेहतरीन तरीकों से लेकर बाज़ार से जुड़ने और औपचारिक क्रेडिट तक की ढेर सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। गूगल स्किलिंग के लिए ग्लांस के साथ भी साझेदारी कर रहा है।
इस साल की शुरुआत में, गूगल क्लाउड-सक्षम ऑर्गेनाइजेशन्स ने अपनी जनरेटिव एआई क्षमताओं का उपयोग करके भारत में अपना डेटा सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया है, ताकि संवेदनशील डेटा भारतीय सीमाओं के भीतर ही रहे। इसमें वर्टेक्स एआई पर जनरेटिव एआई-पाम 2 (PaLM 2), कोडी (Codey) और इमेजन (Imagen) मॉडल के साथ-साथ टेक्स्ट एम्बेडिंग्स और मल्टीमॉडल एम्बेडिंग्स एपीआई शामिल हैं।
इसी को आगे बढ़ाते हुए, अब भारत के सभी क्षेत्रों के ऑर्गेनाइजेशन्स, जिनमें पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइज़ेस भी शामिल हैं, को यह विकल्प मिलेगा कि वे अपना डेटा भारत में ही सुरक्षित रखें और हमारे महत्वपूर्ण लार्ज लैंग्वेज मॉडल, जेमिनी 1.5 फ्लैश, के माध्यम से मशीन लर्निंग प्रोसेसिंग को पूरी तरह से भारत में ही सुचारु कर सकें। इससे हमारे सबसे एडवांस एआई मॉडल का उपयोग करने वाले ऑर्गेनाइजेशन्स को और भी अधिक नियंत्रण और सुरक्षा मिलेगी।
इसके अलावा, अन्य देशों को उनके डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने में मदद करने के लिए भारत के डीपीआई स्टैक के अनोखे और परिवर्तनकारी आर्किटेक्चर का निर्यात करने के लिए, गूगल क्लाउड नंदन नीलकेणी के नेतृत्व वाले एकस्टेप (EkStep) फाउंडेशन के साथ मिलकर ‘डीपीआई इन ए बॉक्स’ बना रहा है। यह एक प्लग-एंड-प्ले मॉडल है, जो ओपन नेटवर्क, आइडेंटिटी, डिजिटल क्रेडेंशियल्स और अन्य डिजिटल पब्लिक गुड्स पर आधारित है।
ऑनलाइन सुरक्षा, कौशल विकास और ग्रीन एनर्जी में निवेश करके एआई के साथ लंबे समय तक सतत विकास सुनिश्चित करना
धोखाधड़ी की बदलती तकनीकों का मुकाबला करने के लिए, गूगल जल्द ही भारत में गूगल प्ले प्रोटेक्ट के तहत बेहतर फ्रॉड प्रोटेक्शन की शुरुआत करेगा। यह फीचर उन ऐप्स का विश्लेषण करेगा और उनके इंस्टॉलेशन को स्वतः ब्लॉक कर देगा, जो इंटरनेट से डाउनलोड किए गए सोर्सेस, जैसे- वेब ब्राउज़र, मैसेजिंग ऐप या फाइल मैनेजर से संवेदनशील परमिशन माँगते हैं। फाइनेंशियल स्कैम्स में, धोखाधड़ी करने वाले लोग अक्सर एक बार के पासवर्ड, फाइनेंसियल क्रेडेंशियल्स और अन्य संवेदनशील डेटा चुराने के लिए एसएमएस, नोटिफिकेशन और एक्सेसिबिलिटी फीचर्स की अनुमति का दुरुपयोग करते हैं। यह पहल पहले ही अन्य क्षेत्रों में अच्छे परिणाम दिखा चुकी है, जहाँ सिंगापुर में अकेले लगभग 9,00,000 हाई-रिस्क वाले इंस्टॉलेशन को ब्लॉक किया गया है।
फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर एम्पावरमेंट की सीईओ सुगंध सक्सेना ने कहा, “लोगों को डिजिटल फाइनेंशियल सर्विसेस को एक्सेस करने के लिए सुरक्षित प्लेटफॉर्म देना कई पिलर्स पर निर्भर करता है। हमारे काम से पता चलता है कि धोखाधड़ी करने वाले लोग खुले वेब लिंक का दुरुपयोग कर रहे हैं, ताकि ग्राहकों को विभिन्न तरीकों से नुकसान पहुँचाने वाले हानिकारक ऐप्स वितरित कर सकें। गूगल का बेहतर फ्रॉड प्रोटेक्शन पायलट एक महत्वपूर्ण टूलकिट होगा, जो ग्राहकों को फाइनेंशियल अपराधों से बचाने में आवश्यक कमी को दूर करेगा। हमें विश्वास है कि यह पहल इस तरह की धोखाधड़ी से निपटने में मदद करेगी और हम इस कार्यक्रम में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के सीनियर एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और क्रेडिट इंटेलिजेंस एंड कंट्रोल के प्रमुख मनिष अग्रवाल ने कहा, “भारत में पिछले कुछ वर्षों में वित्तीय लेन-देन का तेजी से डिजिटलीकरण लाखों लोगों के लिए सुविधा लेकर आया है। लेकिन इसके साथ ही, उपभोक्ताओं को साइबर धोखेबाज़ों के खिलाफ सतर्क रहना भी जरूरी है। एचडीएफसी बैंक साल भर कई पहलों के माध्यम से सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग प्रथाओं के बारे में शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है।”
गूगल का नया फीचर ‘गूगल प्ले प्रोटेक्ट एनहांस्ड फ्रॉड प्रोटेक्शन’ यूज़र सिक्योरिटी और ऐप प्रोटेक्शन की दिशा में एक और कदम है। यह नया फीचर यूज़र्स को हानिकारक ऐप्स और मैलवेयर से सुरक्षित रखने का प्रस्ताव देता है, जो उनकी डिवाइस पर डाउनलोड हो सकते हैं। डिजिटल धोखाधड़ी के खिलाफ चल रही लड़ाई में, सभी पक्षों के संयुक्त प्रयास एक सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग वातावरण बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
गूगल ने ऑनलाइन सुरक्षा को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता को बढ़ाते हुए 2025 में भारत में एक नया ‘गूगल सेफ्टी इंजीनियरिंग सेंटर’ (जीएसईसी) शुरू करने की घोषणा की है। इस सेंटर का उद्देश्य भारतीय यूजर्स की ऑनलाइन सुरक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने वाले प्रोडक्ट्स और समाधान विकसित करना है। इस सेंटर में भारत की ऑनलाइन सुरक्षा से जुडी विभिन्न चुनौतियों का समाधान करने के लिए गूगल के सर्वश्रेष्ठ सेफ्टी इंजीनियर्स, स्थानीय नीति विशेषज्ञ, सरकारी साझेदार और शैक्षणिक संस्थान एक साथ काम करेंगे। इसका फोकस मुख्य रूप से ऑनलाइन स्कैम और फ्रॉड से यूज़र्स की सुरक्षा, सरकारी और व्यावसायिक सुरक्षा को मजबूत करने और अनुसंधान व विकास को बढ़ावा देने पर होगा।
इसी के साथ गूगल ने भारत में अपने सतत विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए दो दीर्घकालिक साझेदारियों की भी घोषणा की है। इन साझेदारियों से 2026 तक भारतीय बिजली ग्रिड में 186 मेगावाट की नई स्वच्छ ऊर्जा क्षमता जुड़ने की उम्मीद है। यह साझेदारियाँ गूगल की 24/7 कार्बन मुक्त भविष्य की दिशा में ट्रांज़िशन और भारत में स्वच्छ ऊर्जा के विकास को समर्थन देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
पहली साझेदारी अदाणी समूह के साथ की गई है, जिसके तहत गूगल की क्लाउड सेवाओं के डीकार्बनाइजेशन को उन्नत बनाने के लिए बंडल ऊर्जा समाधान की खरीद शामिल होगी। इसमें गुजरात के खावड़ा में विकसित होने वाले 61.4 मेगावाट सौर-पवन हाइब्रिड संयंत्र से स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति की जाएगी। 2025 में आधिकारिक रूप से इसका परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। दूसरी साझेदारी क्लीनमैक्स के साथ होगी, जिसमें राजस्थान में 66 मेगावाट सोलर और कर्नाटक में 59.4 मेगावाट विंड प्रोजेक्ट्स को शामिल किया गया है। इस प्रकार कुल 125.4 मेगावाट नई स्वच्छ ऊर्जा को प्रोजेक्ट्स से जोड़ा जा सकेगा। इन प्रोजेक्ट्स के 2025 की चौथी तिमाही में आधिकारिक रूप से शुरू होने की उम्मीद है। ये प्रोजेक्ट्स उन क्षेत्रों में कार्बन मुक्त ऊर्जा प्रदान करेंगे, जहाँ गूगल के कार्यालय और क्लाउड रीजन संचालित होते हैं। गूगल की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता इन प्रोजेक्ट्स की सफलता के लिए जरूरी धन जुटाने में मददगार साबित होगी, जिससे स्वच्छ ऊर्जा के ये प्रोजेक्ट्स सफल हो सकेंगे।
गूगल एशिया पैसिफिक में क्लीन एनर्जी एंड पावर के प्रमुख, जियोर्जियो फोर्टुनाटो ने कहा, “ये प्रोजेक्ट्स भारत में गूगल के विस्तार और हमारे 24/7 कार्बन-मुक्त ऊर्जा लक्ष्यों को बढ़ावा देंगे। यह हमारी व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत हम एपीएसी क्षेत्र में अपने डेटा सेंटर, कार्यालयों और अन्य संचालन क्षेत्रों में स्वच्छ ऊर्जा का विस्तार और सुरक्षित सुनिश्चित कर रहे हैं।”
जैसे-जैसे एआई दुनिया को बदल रहा है, यह जरूरी है कि यह बदलाव समावेशी हो और हर भारतीय को इसका फायदा मिले। इस बात को ध्यान में रखते हुए, गूगल ने ‘एआई स्किल्स हाउस’ लॉन्च करने की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य 1 करोड़ भारतीयों को एआई साक्षरता से सशक्त बनाना है। इस कार्यक्रम में गूगल के प्रमुख एआई पाठ्यक्रमों को छात्रों, नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं, शिक्षकों, डेवलपर्स और सरकारी अधिकारियों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इनमें जनरेटिव एआई का परिचय, रिस्पॉन्सिबल एआई का परिचय और लार्ज लैंग्वेज मॉडल का परिचय जैसे पाठ्यक्रम शामिल होंगे, जो यूट्यूब और गूगल क्लाउड स्किल्स बूस्ट प्लेटफॉर्म पर मुफ्त में उपलब्ध होंगे। फिलहाल ये पाठ्यक्रम अंग्रेजी में उपलब्ध हैं, लेकिन जल्द ही इन्हें सात भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराया जाएगा। हिंदी भाषियों के लिए गूगल विशेष तौर पर ‘एआई एसेंशियल्स’ और ‘जेनएआई फॉर एजुकेटर्स’ जैसे पाठ्यक्रम भी ला रहा है।
गूगल का यह प्रयास ‘गूगल करियर सर्टिफिकेट्स’ और उद्योग-विशिष्ट कार्यक्रमों के माध्यम से एआई को बढ़ावा देने के उद्देश्य से और मजबूत होगा।
इसके अलावा, गूगल की समाजसेवी शाखा Google.org ने भारत में वंचित समुदायों में एआई साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन को 40 लाख का अनुदान देने की घोषणा की है। यह अनुदान उपरोक्त गैर-लाभकारी संस्था का समर्थन करेगा, जो भारत भर के स्कूली छात्रों की साक्षरता के लिए समर्पित है। इसी के साथ यह अपनी नई पहल ‘एआई समर्थ’ के तहत 50 लाख छात्रों, शिक्षकों और माता-पिता को एआई के सार्थक और जिम्मेदार उपयोग के बारे में जागरूक करेगा।
सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन की सीईओ और एमडी, श्वेता शर्मा-कुकरेजा ने कहा, “जिस प्रकार, एआई हमारे जीवन को गहराई से प्रभावित कर रहा है, इसका असर शिक्षा के भविष्य पर भी प्रभाव पड़ेगा। इसलिए हमारे समुदायों को एआई के साथ सोच-समझकर जुड़ने के लिए जागरूकता की आवश्यकता है। एआई साक्षरता पहल का उद्देश्य छात्रों, माता-पिता और शिक्षकों को एआई के सार्थक और जिम्मेदार उपयोग के लिए सशक्त बनाना है। सीएसएफ इस महत्वाकांक्षी पहल का संचालन करने पर गर्वित महसूस कर रहा है। हमारा लक्ष्य 50 लाख छात्रों, शिक्षकों और माता-पिता को एआई के लिए साक्षर बनाना है। इसके लिए हम शैक्षणिक संस्थानों और संगठनों के साथ साझेदारी कर रहे हैं।”
Google.org अपने फेलोशिप प्रोग्राम के माध्यम से निःशुल्क सहायता प्रदान करेगा। यह फेलो रॉकेट लर्निंग के साथ मिलकर काम करेगा। फेलो रॉकेट लर्निंग एक गैर-लाभकारी संस्था है, जो भारत में प्रारंभिक बचपन विकास (ईसीडी) को बदलने पर केंद्रित है। इस साझेदारी का उद्देश्य ‘सहेली’ नाम से एक एआई-संचालित व्यक्तिगत कोच विकसित करना है, जो 3-6 वर्ष की आयु के लाखों बच्चों को मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक कौशल की दिशा में उनकी सीखने की यात्रा में सहायता करेगा। यह प्रयास उस 1.5 मिलियन डॉलर के अनुदान पर आधारित है, जो Google.org ने वर्ष 2023 में वैश्विक लक्ष्य चुनौती के लिए एआई के हिस्से के रूप में रॉकेट लर्निंग को दिया था।
रॉकेट लर्निंग के सीटीओ और को-फाउंडर, विशाल सुनील ने कहा, “हम भारत में सभी बच्चों को उनकी पूरी क्षमता हासिल करने और उनके सामूहिक आईक्यू को बढ़ाने में मदद करने के लिए Google.org से फंडिंग और नि:शुल्क सहायता प्राप्त करने के लिए उत्साहित हैं। फेलो की सहायता से, हम व्यक्तिगत शिक्षा के प्रभाव का पता लगाने के लिए तत्पर हैं और हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए समर्पित हैं।” ये घोषणाएँ भारत के प्रति गूगल की प्रतिबद्धता और देश को बदलने के लिए एआई की क्षमता में उसके विश्वास को दर्शाती हैं। गूगल के लिए यह गर्व का विषय है कि यह सभी के लिए अधिक समावेशी, टिकाऊ और समृद्ध डिजिटल भविष्य बनाने के लिए भारतीय भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
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