नई दिल्ली ,25 नवंबर 2024। मेट्रो को दिल्ली सरकार से 7200 करोड़ रुपये की दरकार है। इसे लेकर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक (एमडी) डाॅ. विकास कुमार ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि यदि समय पर राशि उपलब्ध नहीं कराई गई, तो फेज-चार के तहत निर्माणाधीन कॉरिडोर में देरी हाेगी। इससे लागत में भी बढ़ोतरी होगी।
दिल्ली मेट्रो के फेज-चार के तहत आरके आश्रम से जनकपुरी (पश्चिम), एरोसिटी-तुगलकाबाद और मुकुंदपुर से मौजपुर का निर्माण कार्य चल रहा है।
तीनों कॉरिडोर को 2026 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। दोनों काॅरिडोर को इसी साल मार्च में केंद्र सरकार ने मंजूरी दी थी। इसके अलावा रिठाला से नाथूपुर तक एक और कॉरिडोर बनाने की संभावना है, लेकिन इसे अभी केंद्र सरकार से आवश्यक मंजूरी नहीं मिली है।
24948 करोड़ में बन रहे तीन कॉरिडोर
डीएमआरसी के एमडी ने पत्र में कहा कि 62 किलोमीटर की लंबाई वाले फेज-चार के तीन निर्माणाधीन कॉरिडोर की लागत 24,948 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं को समय से पूरा करने के लिए नियमित रूप से धन की आवश्यकता है। इसके साथ 47 किलोमीटर से अधिक की लंबाई वाले तीन अन्य कॉरिडोर के लिए भी धन की आवश्यकता है। बताया जा रहा है कि पत्र में एमडी ने कहा है कि समय पर धनराशि जारी करने की जरूरत है, ताकि परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जा सके।
पीडब्ल्यूडी को भी किया जाएगा भुगतान
दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की ओर से मेट्रो के फेज-चार के निर्माणाधीन कॉरिडाेर के लिए डबल डेकर वायडक्ट का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में डीएमआरसी ने दिल्ली सरकार से लोक निर्माण विभाग को 376 करोड़ रुपये जारी करने के लिए भी कहा है। यह डबल डेकर वायडक्ट के ऊपरी हिस्से पर मेट्रो चलेगी जबकि नीचे वाले हिस्से पर यातायात चलेगा। राजधानी में इस तरह के तीन डबल डेेकर वायडक्ट का निर्माण होना है। इसमें एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर पर संगम विहार व अंबेडकर नगर स्टेशनों के बीच 2.4 किलोमीटर लंबा वायडक्ट, आजादपुर व रानी झांसी रोड चौराहे के बीच डबल डेकर वायडक्ट करीब 2.2 किलोमीटर लंबा होगा और भजनपुरा व यमुना विहार के बीच वाला वायडक्ट करीब 1.4
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