रायपुर,16 फरवरी । राजधानी स्थित सुयश अस्पताल के हृदय रोग विभाग ने एक और कीर्तिमान स्थापित किया है। दिल की नसों के अंदर अत्यधिक कैल्शियम जमा होने की वजह से जिन मरीजों को बायपास की सलाह दी जाती है, उनका इलाज कैल्शियम तोड़ने की नई तकनीक रोटा प्रो पद्धति के इस्तेमाल से किया गया। सुयश हॉस्पिटल के ह्रदय रोग विभाग के डॉ गौरव त्रिपाठी (एम डी ,डी एम ,कार्डियोलॉजी) ने इस तकनीक की जानकारी दी है।
यह भी पढ़े :-बिलासपुर एयरपोर्ट में होगी नाइट लैंडिंग की सुविधा, विमानन संचालक एवं कलेक्टर ने किया निरीक्षण….
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में पहली बार इस तकनीक के माध्यम से मरीज का इलाज किया गया। डॉ. त्रिपाठी ये भी बताया की इस तकनीक के इस्तेमाल से कठिन से कठिन नसों की एंजियोप्लास्टी की जा सकती है। डॉ गौरव त्रिपाठी एवं उनकी टीम के द्वारा पूर्व में भी एडवांस तकनीक से मरीजों का इलाज किया गया है।
[metaslider id="347522"]