धमतरी : जंगल के रास्ते स्कूल पहुंचती हैं कमार बच्चियां, सड़क बनाने की मांग

धमतरी, 13 नवंबर। धमतरी जिला के कुकरेल ब्लाॅक के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कांटाकुर्रीडीह के आश्रित ग्राम बहनापथरा में लगभग 17 कमार परिवार निवासरत हैं। जिनकी जनंसख्या 70 क लगभग है। जिसमें 10 से 12 साल के 20 कमार बालक-बालिकाएं रहते हैं। जिसमें कनेश्वर कमार छह वर्ष, किरण फूलबती, बीरन, रौशनी, सियाराम ये सभी कमार बच्ची रोज तीन किलोमीटर जंगल पार करके ग्राम कांटाकुर्रीडीह के प्राथमिक शाला एवं मिडिल स्कूल में पढ़ने जाते हैं।

सातवीं पढ़ने वाली कुमारी रौशनी ने बताया कि रोज इतनी दूर पढ़ने आने में बहुत तकलीफ होती है, क्योंकि स्कूल जाने के लिए न तो ठीक से सड़क बनी है और न ही हम लोगों के पास कोई साधन है। सबसे बड़ी बात जिस रस्ते से स्कूल जाते हैं वहां दो किलोमीटर तक जंगल पड़ता है। जिससे हमेशा इन्हें जंगली जानवरों का डर लगा रहता है। बाहनापथरा के वार्ड क्रमांक चार की पंच नागेश्वरी नेताम ने बताया कि बाहनापथरा से कांटाकुरर्रीडीह जाने के लिए पंचायत ने 2013-14 में सड़क बनवाया था, लेकिन इस सड़क में पांच जगह पुलिया की आवश्यकता है। इस कारण सड़क का काम अधूरा पड़ा है। आने-जाने में बहुत दिक्कत होती है। इसीलिए बाहनापथरा के सभी लोग जंगल के रास्ते से आना-जाना करते हैं। इस सड़क में पुलिया बनवाने के संदर्भ में पंचायत में कई बार चर्चा को रखा गया है।