गृहमंत्री Amit Shah ने किया हिंदी में MBBS की पुुस्‍तकों का किया विमोचन





भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोपहर करीब 12 बजे विशेष विमान से भोपाल पहुंचे। स्‍टेट हैंगर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत अन्‍य नेताओं नेे उनकी आत्‍मीय अगवानी की। यहां से गृहमंत्री हेलीकाप्‍टर से लाल परेड ग्राउंड कार्यक्रम स्‍‍थल के लिए रवाना हो गए। यहां उन्‍होंने एमबीबीएस प्रथम वर्ष की तीन पुस्तकों का विमोचन करते हुए हिंदी माध्यम से मेडिकल पाठ्यक्रम की पढ़ाई का शुभारंभ किया। लाल परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम हिदी में ज्ञान का प्रकाश” में करीब 30 हजार विद्यार्थियों के अलावा चिकित्सा और हिंदी क्षेत्र के जानकार शामिल हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अंग्रेजी न जानने के कारण युवा हीनभावना से ग्रसित होते हैं। ऐसे बच्चों की जिंदगी में शाह नया सबेरा लेकर आए हैं। यह काम तो आजादी के बाद ही हो जाना चाहिए था। मप्र आज आल्हादित है। उन्होंने पाप किया था, जिन पर आजादी के बाद सरकार चलाने की जिम्मेदारी थी। उनका तन भी अंग्रेजी, मन भी अंग्रेजी था। हमने अपने महापुरुषों को भी आपमान किया। तात्याटोपे नगर टीटी नगर हो गए। आई लव यू बुदनी यह क्या है। प्रधानमंत्री ने कई बड़े काम किए पर सबसे बड़ा काम मातृभाषा के लिए किया। आज प्रधानमंत्री का संकल्प पूरा हो रहा है। हिंदी को भी हमने क्लिष्‍ट नहीं किया। इसी साल 6 इंजीनियर और 6 पालीटेक्निक में हिंदी में पढ़ाई होगी। आइआइटी और आइआइएम की पढ़ाई भी हम हिंदी में कराएंगे।

इससे पहले प्रदेश के चिकित्‍सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि देश और मप्र के इतिहास में आज परिवर्तन हो रहा है। मध्‍य प्रदेश इस देश में पहला राज्य जो हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई कराएगा। यह कठिन काम था पर हमने शोध करके तय किया हम कैसे करेंगे। मेडिकल यूजी-पीजी की किताबों का भी रूपांतरण करेंगे।

कार्यक्रम में मौजूद लखनऊ के डा. सूर्यकांत ने कहा कि हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई की कोशिश 30 साल से उत्तर प्रदेश कर रहा है। मप्र ने बाजी मार ली। डा. सूर्यकांत ने 1991 में हिंदी में थीसिस लिखी थी।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि 97 चिकित्सकों के दल ने चार महीने में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पुस्तकें तैयार की हैं। इनमें एनाटामी, फिजियोलाजी और बायोकेमेस्ट्री शामिल हैं।

इससे पहले प्रदेश के चिकित्‍सा शिक्षा मंत्री विश्‍वास कैलाश सारंग आज सुबह छोला में स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर पहुंचे। उन्‍होंने बजरंगबली के दरबार में मत्‍था टेका और पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश व देश के लिए ऐतिहासिक है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के मुख्य आतिथ्य में व सीएम शिवराज सिंह चौहान जी की गरिमामय उपस्थित में देश में पहली बार हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई का शुभारंभ व पुस्तकों का विमोचन किया जायेगा।

कवि कुमार विश्‍वास ने दी बधाई

हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू होने को लेकर लोकप्रिय कवि कुमार विश्‍वास ने भी हर्ष व्‍यक्‍त किया है। उन्‍होंने इस उपलब्‍धि के लिए सीएम शिवराज सिंह और चिकित्‍सा शिक्षा मंत्री विश्‍वास सारंग को बधाई भी दी है। उन्‍होंने इस संदर्भ में ट्वीट करते हुए कहा कि ज्ञान को अपनी भाषा में सहज-सुलभ कराने के इस बहुत समय से वांछित प्रयास को साकार करने के लिए सभी हिंदी-प्रेमियों की और से शिवराज सिंह चौहान तथा प्रिय भाई विश्‍वास सारंग को बधाइयां। अपनी माटी-बोली और संस्कार का पुनर्स्थापन, संकल्पों की दृढ़ता से ही संभव है। जय हिंद-जय हिंदी