बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आंगनबाड़ियों में मनाया जा रहा वजन त्यौहार

गर्भवती और शिशुवती महिलाओं को बच्चों को स्वस्थ रखने की दी जा रही जानकारी

रायगढ़। स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए जिले की आंगनबाड़ियों में वजन त्यौहार का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का मूल उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य  का ख्याल रखना और 1 से 7 अगस्त तक मनाए जाने वाले विश्व स्तनपान सप्ताह की जानकारी शिशुवती महिलाओं और उनके परिवार को देना है। ताकि शिशु को पर्याप्त पोषण मिल सके और बच्चा सुपोषित हो सके। जिले के 3,408 आंगनबाड़ी/मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों में वजन त्यौहार मनाया जा रहा है। जहां हर दिन विभिन्न आयोजन किये जा रहे हैं। जिसमें 1.20 लाख बच्चों का वजन एवं ऊंचाई  मापे जाने का लक्ष्य है जिससे बच्चों में कुपोषण का स्तर पता लगाकर योजनाएं बनायी जा सकेगी।  इस बार वजन त्यौहार में 0-5 की जगह 0-6 साल तक के बच्चों को शामिल किया गया है।

विदित हो कि आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी जा रही है । विशेष रूप से ऐसी महिलाओं को तिरंगा थाली जिसमें तीन प्रकार की भोजन सामग्री हो, साथ ही  बेहतर पोषण बच्चे को कैसे मिलेगा और केंद्र से दिए जाने वाला पोषण आहार भी उनको दिया जाता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिका द्वारा गृह भेंट के माध्यम से  स्वस्थ माता और स्वस्थ शिशु के बारे में भी बताया जाता है।

वजन त्यौहार की जानकारी देते हुए चक्रधर नगर सेक्टर की सुपरवाइजर नेहा अग्रवाल ने बताया: ’’चक्रधर नगर सेक्टर के सभी  28 आंगनबाड़ियों में वजन त्यौहार का आयोजन किया जा रहा है । विभाग से मिले कलेंडर के अनुसार प्रत्येक दिन अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। वर्तमान में चक्रधर सेक्टर में 0-6 वर्ष तक के 1,586 बच्चों के वज़न लेने का लक्ष्य है। वहीं अब तक 875  से अधिक बच्चों का वज़न लिया जा चुका है।  यहाँ 134 धात्री महिलाएं और 137 गर्भवती महिलाएं पंजीकृत है। इनका नियमित रूप से फॉलोअप भी किया जा रहा है।“

इन गतिविधियों का मूल उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर रखना और उनके पोषण के स्तर में सुधार लाना है। आंगनबाड़ी केंद्र पर आने वाली गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को बच्चों को स्वस्थ रखने के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही स्तनपान को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है। शिशु के संपूर्ण विकास के लिए 6 माह तक सिर्फ स्तनपान कराना चाहिए। बच्चों को स्तनपान की बजाय बोतल का दूध पिलाना सही नहीं है। क्योंकि मां का दूध बच्चे के लिए अमृत होता है। शिशु के संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास और रोगों से लड़ने की ताकत शिशु को मां का दूध ही देता है। इसलिए जन्म के छह माह तक शिशु को सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए।

पहली बार थर्ड पार्टी वेलिडेशन : डीपीओ जाटवर

महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी टिकवेंद्र जाटवर ने बताया: “1 से 13 अगस्त के बीच वजन त्यौहार का आयोजन किया जा रहा है। सभी 3408 आंगनबाड़ी/मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों में वजन त्यौहार मनाया जा रहा है। इस बार वजन त्यौहार में शासन द्वारा तृतीय पक्ष से सत्यापन कराने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत रायगढ़ जिले में 2 स्वयं सेवी संस्थाओं, महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं यूनीसेफ के जिला स्तरीय दल द्वारा विभिन्न परियोजनाओं के लगभग 500 आंगनबाड़ी केन्द्रों में लगभग 10,000 बच्चों के वजन तथा प्रक्रिया का सत्यापन एवं विश्लेषण किया जा रहा है। थर्ड पार्टी वेलिडेशन से न केवल सही एवं प्रमाणित आंकड़ों का संग्रहण हो सकेगा बल्कि सही पोषण स्तर का भी पता चल सकेगा। साथ ही पायी गयी कमियों को दूर करने का प्रयास भी किया जाएगा।