देवपहरी के गौमुखी सेवा धाम द्वारा संचालित स्कूल के बच्चों का “वेदारम्भ संस्कार” संपन्न

कोरबा,2 जुलाई ( वेदांत समाचार ) । जिला मुख्यालय से 60 की.मि दूर सुदूर वनांचल क्षेत्र ग्राम देवपहरी जहाँ गौमुखी सेवा धाम द्वारा संचालित एकलव्य उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के नव प्रवेशार्थी बच्चों का रथ यात्रा के शुभ अवसर पर “वेदारम्भ संस्कार” संपन्न कराया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मन्त्रोच्चारण के साथ बच्चों को तिलक चन्दन लगा कर हवन यज्ञ के साथ हुआ। संस्था के उपाध्यक्ष अश्वनी चतुर्वेदी श्रीमती पापिया चतुर्वेदी विद्यालय के बच्चों व शिक्षक साथ मुख्य यजमान बन कर हवन पूजन किया गया। डीएफओ प्रियंका पांडेय ने भी बच्चों साथ बैठ कर हवन पूजन में हिस्सा लिया।
मानव जीवन को परिष्कृत करने के लिये हमारे ऋषियों ने अनेक प्रयत्न किये हैं उन्होंने जन्म के पूर्व से लेकर मृत्यु पर्यन्त समग्र जीवन को वैज्ञानिक प्रक्रिया के साथ अविच्छिन्न रूप से समन्वित किया है। संस्कार मानव जीवन को परिष्कृत करने वाली एक आध्यात्मिक विधा है। संस्कारों से सम्पन्न होने वाला मानव सुसंस्कृत, चरित्रवान, सदाचारी और प्रभुपरायण हो सकता है अन्यथा कुसंस्कार जन्य चारित्रिक पतन ही मनुष्य और समाज को विनाश की ओर ले जाता है।

वही संस्कार युक्त होने पर सबका लौकिक और पारलौकिक अभ्युदय सहज सिद्ध हो जाता है।
बच्चों को लेखन सामग्री व पाठ्य पुस्तक का भी वितरण किया गया
गायत्री परिवार के सहयोग से हवन पूजन व आरती संपन्न कराया गया।

प्रियंका पांडेय ने विद्यारंभ कराया

मुख्य अतिथि कोरबा डी एफ ओ श्रीमती प्रियंका पांडेय द्वारा नव प्रवेशार्थी बच्चों के हाथ पकड़ कर कलम से लिखवा कर उनका विद्यारंभ करवाया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि इस सुदूर वनांचल क्षेत्र में संस्था द्वारा संचालित सर्वसुविधायुक्त विद्यालय बच्चों के लिए सौभाग्य है। शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात ही हम समाज में रहने लायक बन पाते हैं तथा एक सुशिक्षित समाज का निर्माण कर पाते हैं। एक समाज व देश को सुचारू रूप से चलाये रखने के लिए व्यक्ति का शिक्षा ग्रहण करना अति-आवश्यक होता हैं।
बच्चे अच्छे से पढ़ें, अपना राह चुने व अपने स्वप्न पूरे करें कहते हुए प्रेरणा मंत्र दिया।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला संघचालक किशोर बुटोलिया ने अपने उद्बोधन में संस्था के द्वारा वनवासी बन्धुओं के उत्थान हेतु किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला।

विद्याभारती प्रांतीय अध्यक्ष जुड़वान सिंह ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि सनातन धर्म के सोलह संस्कारों में से एक वेदारम्भ संस्कार है। जिसका जीवन में विशेष महत्व होता है। इसकी शुरुआत ॐ मंत्र के माध्यम से की जाती है तथा फिर उसे सभी प्रकार की शिक्षा दी जाती थी।

इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि श्रीमती प्रियंका पांडेय कोरबा डी एफ ओ, विशिष्ट अतिथि किशोर बुटोलिया संघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जुड़वान सिंह ठाकुर विद्याभारती प्रांतीय अध्यक्ष, लोमस राम साहू प्रान्त सेवा प्रमुख, अध्यक्षता संदीप सिंह एम डी सी.जी हाइड्रोलिक, बंधन सिंह कंवर सरपंच देवपहरी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन संस्था के सह सचिव डॉ राजीव गुप्ता द्वारा व सचिव योगेश जैन द्वारा आभार व्यक्त किया गया। संस्था के अध्यक्ष मिथलेश दुबे, विद्यालय के प्रचार्य पुरषोत्तम लाल उरांव, गोपाल अग्रवाल, इंदु शर्मा, कंचन चौरसिया, ज्योति बुटोलिया, ऋतु चौरसिया, ब्रिज किशोर तिवारी, डॉ देवाशीष मिश्र, गजेंद्र मानसर, अभिभावकगण, शिक्षक, बच्चे, ग्रामवासी व संस्था के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

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