उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) जिले में युवती के साथ दुष्कर्म (Rape) का मामला सामने आया है. जहां पर वृन्दावन में एक आश्रम में रहकर नर्सिंग की पढ़ाई कर रही छात्रा ने काशी विद्वत परिषद के पश्चिम भारत के प्रभारी भागवताचार्य कार्ष्णि नागेंद्र महाराज और उनके एक साथी देवेंद्र शुक्ला के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट तथा जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया है. वहीं, पुलिस के कार्रवाई न करने पर छात्रा ने रविवार को पुलिस कार्यालय में आत्मदाह की धमकी भी दी थी, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया. हालांकि, उसका कहना है कि नौकरी लगाने के नाम पर आरोपियों ने ढाई साल तक शारीरिक शोषण किया.
दरअसल, ये मामला पानीघाट इलाके की रहने वाली नर्सिंग छात्रा ने एक हफ्ते पहले मोतीझील के रहने वाले भागवताचार्य और प्रॉपर्टी डीलर पर नौकरी लगवाने के नाम पर ढाई साल तक शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया था. ऐसे में पुलिस द्वारा उचित कार्रंवाई न होने पर युवती ने आत्मदाह करने की धमकी दी. वहीं,पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्रा ने वृन्दावन के मोतीझील के रहने वाले भागवताचार्य कार्ष्णि नागेंद्र महाराज और उनके साथी एवं प्रॉपर्टी डीलर देवेंद्र शुक्ला के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट तथा जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए पानीगांव थाना में मामला दर्ज कराया है. इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक (सदर) ने पीड़िता का बयान दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.
जानिए क्या हैं पूरा मामला?
पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्रा ने अपनी शिकायत में कहा कि करीब चार साल पहले पानीगांव के रहने वाले पुष्पेंद्र शुक्ला के साथ उसके प्रेम संबंध थे. जहां पर बीते 20 मार्च 2018 को वह प्रेमी पुष्पेंद्र के घर पर थी,जब पुष्पेंद्र के पिता देवेंद्र शुक्ला वहां आए और पुष्पेंद्र को मारपीट कर वहां से भगा दिया. इसके बाद उसे धमकाते हुए उसके साथ जबरन रेप की वारदात को अंजाम दिया. ऐसे में आरोपियों ने इस मामले की अश्लील तस्वीरें भी खींच लीं और उसे वायरल करने की धमकी देकर कई बार उसके साथ यौनशोषण किया. इस दौरान पीड़िता ने बताया कि इसके बाद देवेंद्र नौकरी दिलाने का झांसा देकर वह उसे भागवताचार्य कार्ष्णि नागेंद्र महाराज के पास ले गया. महाराज ने छात्रा को सात जुलाई 2020 को अपने मोतीझील स्थित उनके आवास पर बुलाया और उसके साथ रेप कर घटना का वीडियो बना लिया। इसके बाद,कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया.
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर छानबीन की शुरू
इस मामले में पीड़िता ने आरोप लगाया कि बीते 15 फरवरी को वृन्दावन कोतवाली में उसने दोनों के खिलाफ शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने के बजाए आरोपियों के साथ मिलकर पीड़िता का वह मोबाइल भी कब्जे में ले लिया, जिसमें उन दोनों के खिलाफ सबूत थे. इस दौरान DSP सदर ने बताया कि छात्रा की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की सच्चाई जानने के लिए जांच-पड़ताल की जारी है. वहीं, कार्ष्णि नागेंद्र महाराज ने सभी अरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्हें फंसाया जा रहा है. उनका कहना है कि निष्पक्ष जांच से सच्चाई सबके सामने आ जाएगी.
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