अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में जारी तेजी के बीच बुधवार को विमान ईंधन (ATF – Aviation Turbine Fuel) की कीमतों में 5.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी गई है. इस बढ़ोतरी के बाद देश में जेट फ्यूल (Jet Fuel) के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं. आपको बता दें कि पिछले दो महीनों के भीतर देश में चौथी बार जेट फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जेट फ्यूल की कीमतें 4,481.63 रुपये प्रति किलोलीटर या 5.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ अब 90,519.79 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है.
साल 2008 में 71,028.26 रुपये प्रति किलोलीटर थी जेट फ्यूल की कीमतें
बता दें कि ये एटीएफ का उच्चतम स्तर है. अगस्त, 2008 में एटीएफ की कीमत 71,028.26 रुपये प्रति किलोलीटर थी, उस समय अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतें 147 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थीं. जिसके बाद अब जाकर जेट फ्यूल की कीमतें 90,519.79 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है, जबकि मौजूदा समय में कच्चे तेल की कीमतें अगस्त 2008 की तुलना में काफी कम हैं.
देशभर में 105 दिनों से नहीं बदले पेट्रोल और डीजल के दाम
बताते चलें कि देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार 105वें दिन भी स्थिर बनी रहीं. देश में आखिरी बार 4 नवंबर, 2021 को पेट्रोल-डीजल के दामों में बदलाव हुआ था. उसके बाद से आज तक पूरे देश में ईंधन की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं. जबकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं. बुधवार, 16 फरवरी को इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतें 93.18 डॉलर प्रति बैरल रहीं.
तो क्या चुनाव की वजह से देशभर में नहीं बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दाम
जहां एक तरफ इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम बढ़ते जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देशभर में 105 दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनावों की वजह से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की जा रही है. हालांकि, इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है.
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