सार्वजानिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC- Life Insurance Corporation) ने लैप्स हो चुकी व्यक्तिगत बीमा पॉलिसी (Personal Insurance Policy) को फिर से एक्टिव करने के लिए एक अभियान शुरू किया है. LIC ने शनिवार को एक प्रेस रिलीज में कहा कि प्रीमियम भुगतान अवधि के दौरान लैप्स हो चुकी जिन पॉलिसी का मैच्योरिटी पीरियड (Maturity Period) पूरा नहीं हुआ है, उन्हें इस अभियान में फिर से चालू कराया जा सकता है. यह अभियान 7 फरवरी, 2022 को शुरू होगा और अगले महीने 25 मार्च, 2022 तक चलाया जाएगा. बता दें कि भारतीय जीवन बीमा निगम, देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनियों में से एक है, जिसकी शुरुआत 1956 में हुई थी.
पॉलिसी एक्टिव कराने के लिए दिए जाने वाले चार्जेस पर भी मिलेगी छूट
भारतीय जीवन बीमा निगम ने कहा, “कोविड-19 महामारी ने बीमा सुरक्षा की आवश्यकता पर काफी जोर दिया है और यह अभियान एलआईसी के पॉलिसी धारकों के लिए अपनी लैप्स पॉलिसी को एक बार फिर से एक्टिव कराने का, जीवन कवर को बहाल करने का और अपने परिवार के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने का बहुत बढ़िया मौका है.” एलआईसी ने कहा कि लैप्स हो चुकी पॉलिसी को फिर से एक्टिव कराने पर लगने वाले चार्ज में 20 से 30 फीसदी तक की छूट भी दी जा रही है. इसके तहत आप लेट फीस चार्ज के रूप में अधिकतम 3000 रुपये तक की बचत कर सकते हैं. जबकि माइक्रो इंश्योरेंस प्लान पर किसी भी तरह की लेट फीस नहीं ली जाएगी. हालांकि, टर्म प्लान और उच्च जोखिम वाली बीमा योजनाओं पर इस तरह की छूट नहीं दी जाएगी.
अभियान के तहत 5 साल से बंद पड़ी पॉलिसी भी कराई जा सकती है एक्टिव
इसके अलावा पॉलिसी को फिर से एक्टिव कराने के लिए जरूरी मेडिकल रिपोर्ट में कोई राहत नहीं दी जा रही है. लेकिन स्वास्थ्य और सूक्ष्म बीमा योजनाओं में देरी से प्रीमियम चुकाने पर लगाए जाने वाले चार्जेस में छूट दी जाएगी. जिन बीमा पॉलिसी का बीते पांच साल से प्रीमियम भुगतान नहीं किया गया है, भारतीय जीवन बीमा निगम के इस अभियान के तहत ऐसी पॉलिसी को भी एक्टिव कराया जा सकता है.
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