देशव्यापी काला दिवस: केंद्रीय ट्रेड यूनियन संगठनों ने लेबर कोड के विरोध में कल 23 सितंबर को काला दिवस मनाने का फैसला किया

कोरबा, 22 सितंबर 2024।केंद्र सरकार द्वारा लाए गए लेबर कोड के विरोध में देश के सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियन संगठनों ने 23 सितंबर को देशव्यापी काला दिवस मनाने का फैसला किया है। एटक कोल फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपेश मिश्रा ने कहा कि यह लेबर कोड देश के श्रमिक वर्ग को बंधुआ मजदूर बना देगा।

दीपेश मिश्रा ने कहा कि सरकार ने लेबर कोड में क्या प्रावधान किए हैं, इसकी जानकारी किसी को नहीं है, क्योंकि संसद में इसकी गंभीर चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार लेबर कोड के जरिए मजदूर संगठनों और कामगारों पर नकेल कसना चाहती है।

मिश्रा ने आगे कहा कि सरकार की सोच मेहनतकश कामगार विरोधी है और वह देश में कॉन्ट्रेक्ट सिस्टम लादना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह अजीब विडम्बना है कि अंग्रेजी हुकूमत ने 1929 में सायमन कमिशन की सिफारिश को खारिज कर दिया था, लेकिन अब केंद्रीय सरकार ठेका पद्धति को आगे बढ़ा रही है।

एटक नेता ने कहा कि सरकार बहुराष्ट्रीय कंपनियों और चुनिंदा बड़े उद्योग घरानों के दबाव में श्रम कानूनों में बदलाव कर रही है। उन्होंने कहा कि संयुक्त श्रम संघ लेबर कोड का पूरी ताकत के साथ विरोध करेगा।