अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 810वें उर्स की धूम, जायरीनों के लिए खुला दरगाह शरीफ का जन्नती दरवाजा

राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर जिले (Ajmer) में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती (khwaja moinuddin chishti ajmer) के 810वें सालाना उर्स (urs ajmer sharif 2022) की धूम है. उर्स की विधिवत शुरुआत होने के बाद यहां जायरीनों की हलचल तेज हो गई है. दरगाह परिसर में महफिल, कलाम, इबादत और रस्म अदायगी का दौर चल पड़ा है जो पूरे अजमेर में चार चांद लगा रहा है. बता दें कि सालाना उर्स में मुसलमानों की गहरी आस्था है. उर्स को लेकर देश और विदेश से लाखों की संख्या में जायरीन अजमेर (ajmer sharif dargah) पहुंचते हैं हालांकि इस बार कोरोना महामारी की तीसरी लहर का असर साफ तौर पर देखा जा सकता है. इसके साथ ही अजमेर में बुधवार को दिल्ली से 500 से ज्यादा कलन्दरों का एक जत्था भी पहुंचा. गुरूवार को कलंदर गाजेबाजे और करतब दिखाते हुए दरगाह शरीफ पहुंच कर निशान पेश करेंगे.

वहीं उर्स के दौरान आशिकान-ए-ख्वाजा जुमे की नमाज शुक्रवार को अदा की जाएगी. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक उर्स के दौरान इस बार दो बार जुमे की नमाज अदा की जाएगी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद वाहिद हुसैन अंगाराशाह ने बताया कि उर्स के कुल की रस्म 8 फरवरी को आयोजित की जाएगी.

जन्नती दरवाजे पर लगी इबादतगारों की लंबी कतार

उर्स में पहुंचे जायरीनों के लिए बुधवार तड़के 4 बजे दरगाह का जन्नती दरवाजा खोला गया जहां इबादत करने वालों की लंबी लाइन लग गई. उर्स में जन्नती दरवाजे का खास महत्व है और ऐसा माना जाता है कि जन्नती दरवाजे से प्रवेश करने पर जन्नत नसीब होती है. जानकारी के मुताबिक अब चांद दिखाई देने तक जन्नती दरवाजा खुला रहेगा और उर्स की धार्मिक रस्में निभाई जाएंगी.

महफिल से गुलजार हुआ दरगाह परिसर

वहीं उर्स की शुरूआत होने के साथ ही महफिल खाना कल रात से ही कव्वालियों से सराबोर हो गया. जानकारी के अनुसार दरगाह दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान ने रात करीब 11 बजे उर्स की पहली महफिल की शुरूआत की. इसके बाद मध्यरात्रि तक चली महफिल में कई कव्वालों ने कलाम पेश किए. बता दें कि उर्स के लिए अजमेर में देश के कई हिस्सों से कव्वाल आते हैं.

उर्स में नहीं होंगे पाकिस्तानी जायरीन

पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए उर्स में शामिल नहीं हो सकेगा. इस मामले में जिला प्रशासन और सीआईडी ने एक रिपोर्ट राजस्थान सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को भेज दी है जिसमें 505 जायरीनों के अजमेर आने से कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन होने का हवाला दिया गया है.

वहीं सीआईडी जोन के अधिकारियों ने भी पाक जायरीनों के जत्थे की यात्रा इस बार रद्द होने की पुष्टि की है. बता दें कि इससे पहले पाकिस्तानी जत्थे का 5 फरवरी को अजमेर आने का कार्यक्रम तय था. वहीं अजमेर जिला प्रशासन ने जिले में उर्स को लेकर 8 फरवरी का स्थानीय अवकाश घोषित किया है.