किशन भरवाड हत्याकांड में सामने आया पाकिस्तान कनेक्शन, दावते-ए-इस्लामी को मिल रही थी फंडिंग

गुजरात (Gujarat) के किशन भरवाड हत्याकांड (Kishan Bharwad Murder Case) में जांच कर रही एटीएस (ATS) को कई अहम जानकारी मिली हैं. एटीएस को पाकिस्तान (Pakistan) के इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी के लिए दो हजार से ज्यादा दान पेटियां अहमदाबाद में मिली हैं. सूत्रों के मुताबिक इन दान पेटियों में जमा राशि को पाकिस्तान भेजा जाता है. इस राशि का इस्तेमाल युवाओं का ब्रेनवाश करने के लिए किया जाता है. ये संस्था पाकिस्तान से मुसलमानों को इस्लामी शिक्षा देने की आड़ में दुबई के रास्ते भारत भेज देती है. इस संस्था पर हाल ही के दिनों में आतंकी गतिविधियों को प्रेरित करने का आरोप भी लगा है. किशन धारवाड़ हत्याकांड में आरोपी मौलाना उस्मानी के भी दावते-ए-इस्लामी के साथ संपर्क सामने आए हैं

एटीएस की टीम ने किशन भरवाड मामले के दूसरे आरोपी मौलवी अयूब के साथ जमालपुरा इलाका का दौरा किया. मौलवी अयूब ने हत्यारों को बंदूक मुहैया करवाई थी. एटीएस की टीम ने होटल रियाज के पास उनके घर की भी तलाशी ली. घर की तलाशी लेने पर अयूब के घर से हिंदी और गुजराती में लिखी किताब जज्बा-ए- शहादत मिली, जिसे एटीएस ने अपने कब्जे में ले लिया है.

किशन की हत्या से पहले हत्यारों को यही किताब पढ़ाई गई थी

जांच एजेंसी का कहना है कि मौलवी अयूब के घर से जो किताब जब्त की गई है. उसमें शहादत की बात है. इस किताब को किशन धारवाड़ पर गोली चलाने वाले दोनों हत्यारों को पढ़ाया गया था. किताब में नौजवानों को जिहाद के बारे में बताया गया है. किताब मौलाना अयूब ने लिखी है. उनके पास से एक एयर गन भी जब्त की गई है जिससे वो शूटिंग प्रैक्टिस करता था.

इसलिए नाराज था मुस्लिम समुदाय किशन से

बता दें कि 6 जनवरी को किशन ने फेसबुक से पोस्ट शेयर किया था जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के कुछ सदस्यों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया कि इससे उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है इस घटना के बाद दो बाइक सवार ने किशन क्यों गोली मारकर हत्या कर दी हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस ने दोनों युवक शब्बीर और इम्तियाज पठान को अरेस्ट किया था