VIDEO : कोरोना का डर, खराब मौसम का कहर, कैसे बेचेंगे धान, किसान परेशान ! बारिश की वजह से धान बेचने नहीं पहुंचे, उपार्जन केंद्र रहे वीरान

कोरबा 11 जनवरी (वेदांत समाचार)। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से एक बार फिर प्रदेश में बिगड़े मौसम ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। सोमवार की अलसुबह हुई झमाझम बारिश की वजह से उपार्जन केंद्रों के फड़ गीले रहे। मंगलवार को 54 हजार 606 क्विंटल धान बेचने के लिए टोकन कटा चुके 1195 किसान धान बेचने नहीं पहुंचे। आगामी दो दिनों तक खराब मौसम की वजह से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

यह बताना होगा कि पूरे प्रदेश में 1 दिसंबर से 31 जनवरी 2022 तक नगद एवं लिंकिंग व्यवस्था के तहत समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। जिले के 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी का कार्य सतत रूप से जारी है ।इस साल जिले को 15 लाख 54 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया है। 38 हजार 222 पंजीकृत किसानों के माध्यम से यह लक्ष्य पूरा जाएगा। 10 जनवरी तक की स्थिति में जिले के सभी 55 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 9 लाख 99 हजार 837 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान की कीमत 193 करोड़ 58 लाख 27 हजार 128 रुपए की है। जिसमें से 64 फीसदी धान का उठाव कर लिया गया है। उपार्जन केंद्रों में अभी भी 3 लाख 58 हजार 635 क्विंटल समर्थन मूल्य पर तकरीबन 69 लाख 57 हजार 51 हजार 900 रुपए का धान उठाव के लिए शेष है।पश्चिमी विक्षोभ की वजह से सोमवार से बिगड़े मौसम बदली एवं बारिश की वजह से उपार्जन केंद्रों में रखे करोड़ों रुपए के धान की रखवाली की चिंता समिति प्रबंधकों को सता रही है । करोड़ों रुपए के धान कहीं खराब मौसम की भेंट न चढ़ जाए।सबसे ज्यादा चिंता इस साल नए उपार्जन केंद्रों में बनी हुई है ।इस साल जिले में 6 नए उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं ।इनमें नवापारा समिति से बेहरचुआँ ,जवाली समिति से रंजना ,जटगा समिति से तुमान ,पाली समिति से नुनेरा हरदी बाजार समिति से नोनबिर्रा एवं लाफा समिति से सपलवा नए उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं जहाँ इस साल 1 दिसंबर से धान खरीदी का कार्य सतत रूप से जारी है। धान खरीदी शुरू होने के महज एक पखवाड़े पहले स्वीकृत किए गए इन उपार्जन केंद्रों में चबूतरा तैयार नहीं किया जा सका है ड्रेनेज(भूंसे की बोरी की छल्ली)में उपार्जन केंद्र में खरीदे गए धान को रखकर खरीदी की जा रही। लेकिन तेज बारिश में ड्रेनेज भी दम तोड़ देता है।

नहीं पहुंचे किसान टोकन होगा एक्सटेंड ,फड़ गीले उठाव के लिए वाहन भी नहीं पहुंचे

मंगलवार की रात हुई झमाझम बारिश एवं ओलावृष्टि की वजह से अधिकांश धान उपार्जन केंद्रों में पानी भरा हुआ है तो कई गीले हैं जिसकी वजह से मंगलवार को धान बेचने के लिए टोकन कटाने वाले किसान खबर लिखे जाने तक बेहरचुआं ,रामपुर ,नवापारा ,फरसरवानी ,चैतमा ,सिरमिना ,सोहागपुर,तुमान सहित अन्य केंद्रों में किसान धान बेचने उपार्जन केंद्र नहीं पहुंचे थे।11 जनवरी के लिए जिले के 55 उपार्जन केंद्रों में धान बेचने 1195 किसानों ने टोकन कटाया था। किसानों द्वारा 54 हजार 606 क्विंटल धान बेचा जाना था लेकिन समिति प्रबंधकों का कहना है कि खराब मौसम को देखते हुए आगामी दो दिनों तक किसानों के आने की उम्मीद नहीं के बराबर है हालांकि समिति प्रबंधकों का कहना है कि टोकन को एक्सटेंड कर दिया जाएगा जिससे आने वाले दिनों में किसान अपना धान बेच सकेंगे । इसका खामियाजा धान खरीदी के अंतिम समयावधि में देखने को मिलेगा जब तय मियाद से अधिक मात्रा में टोकन करने की वजह से धान खरीदी के कार्य में थोड़ी दिक्कतें आएंगी।यही नहीं फड़ गीले होने की वजह अधिकांश उपार्जन केंद्रों तक उठाव के लिए राइस मिलरों के वाहन भी नहीं जा सकते।

तो डेढ़ लाख क्विंटल धान की खरीदी होगी प्रभावित ,समिति प्रबन्धकों का बढ़ेगा कार्यभार

मौसम विभाग ने 13 जनवरी तक पश्चिमी विक्षोभ की वजह से चक्रवात बनने एवं उसके प्रभाव से सरगुजा एवं बिलासपुर संभाग में बारिश की चेतावनी दी है। अगर इस दौरान मौसम खराब रहता है तो आगामी 3 दिनों तक धान खरीदी का कार्य बाधित रहेगा। जिले में 11 से लेकर 13 जनवरी के लिए 3298 किसानों ने 1लाख 50 हजार 764.4 क्विंटल धान बेचने के लिए टोकन कटाया है। 11 जनवरी के लिए 1195 किसानों ने 54 हजार 606. 8 क्विंटल धान बेचने के लिए टोकन कटवाया है । वहीं 12 जनवरी के लिए 1070 किसानों ने 49 हजार 910.4 क्विंटल धान बेचने के लिए टोकन कटवाया है । 13 जनवरी के लिए 1035 किसानों ने 46 हजार 247.2 क्विंटल धान बेचने के लिए टोकन कटा चुके हैं। निश्चित तौर पर अगर 3 दिन तक धान खरीदी कार्य बाधित रहता है तो इसका असर धान खरीदी के लिए शेष बचे दिनों में देखने को मिलेगा। 3 हजार से अधिक किसानों का धान शेष खरीदी दिवस में खरीदना आसान नहीं होगा । समिति प्रबंधकों को वर्क लोड बढ़ जाएगा।

बारिश की वजह से धान बेचने नहीं पहुंचे किसान ,सुरक्षित है धान

सभी क्षेत्रों में बारिश हुई है ,ऐसे में किसान भी धान बेचने नहीं पहुंचे हैं। किसी भी केंद्रों से खरीदी की जानकारी नहीं मिली है। किसान टोकन एक्सटेंड कराकर आगामी खरीदी दिवस में अपनी सुविधानुसार धान बेच सकते हैं। सभी केंद्रों में धान सुरक्षित हैं। – बसंत कुमार ,उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं

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