शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akala Dal) ने रविवार को पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjeet Singh Channi) को 36,000 संविदा कर्मचारियों को नियमित करने संबंधी विधेयक को लेकर घेरा. शिअद ने चन्नी पर आरोप लगाया कि वह संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण में देरी के लिए पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को दोषी ठहराने की कोशिश कर रहे हैं. चन्नी ने शनिवार को इस विधेयक पर मंजूरी रोके रखने का आरोप लगाया था.
शिअद पार्टी के नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने एएनआई से कहा कि पंजाब के सीएम का चेहरा बेनकाब हो गया है. लोग यह जान गए हैं कि वह एक ड्रामेबाज मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने कहा कि चन्नी अब खुद को बचाने के लिए गवर्नर पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन अब वह खुदा को बचा नहीं पाएंगे.’ इसके अलावा शिअद पार्टी के एक अन्य नेता डॉक्टर दलजीत सिंह ने कहा कि पंजाब के सीएम राज्य के लोगों को धोखा दे रहे हैं और केवल पंजाब चुनाव के बारे में सोच रहे है.
36,000 संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के लिए बना था कानून
गौरतलब है कि पंजाब विधानसभा ने गत नवंबर में ‘पंजाब संरक्षण एवं संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण विधेयक-2021’ को पारित किया था. इस विधेयक का उद्देश्य विभिन्न सरकारी विभागों में अनुबंध पर या तदर्थ, अस्थायी या दैनिक आधार पर काम करने वाले 36,000 कर्मचारियों को नियमित करना है. चन्नी ने अपने शासन के 100 दिन की रिपोर्ट कार्ड देने के लिए मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने 36,000 संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के लिए कानून बनाया है.
‘अगर वह ऐसा नहीं करते तो यह राजनीति है’
सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को राज्यपाल पर 36,000 संविदा कर्मचारियों को नियमित करने संबंधी विधेयक पर मंजूरी रोके रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कुछ राजनीतिक कारणों से फाइल रोक रखी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह मंत्रियों के साथ इस मुद्दे पर पहले ही राज्यपाल से मिल चुके हैं, जबकि मुख्य सचिव भी राज्यपाल से दो बार मिल चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो यह राजनीति है. हमें धरना देना होगा, हम वह करेंगे, लेकिन हमें कर्मचारियों को नियमित करना है.’
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