वि‍धानसभा चुनाव से पहले पंजाब में बीजेपी की सेंध: दो व‍िधायक, एक पूर्व सांसद समेत कई द‍िग्‍गज पार्टी में शामि‍ल….

नए साल में पंजाब में व‍िधानसभा चुनाव प्रस्‍ताव‍ित हैं. इससे पूर्व बीजेपी पंजाब में अपना जनाधार मजबूत करने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में मंगलवार को बीजेपी ने पंजाब के राजनीत‍ि में बड़ा धमाका क‍िया है. बीजेपी व‍िपक्षी दलों में सेंध लगाते हुए दो व‍िधायकों, एक पूर्व व‍िधायक और एक पूर्व सांसद को पार्टी में शामि‍ल करवाने में सफल रही है. इसके साथ ही मंगलवार को पूर्व क्र‍िकेटर दि‍नेश मोंगि‍या ने भी भाजपा की सदस्‍यता ग्रहण की है. मंगलवार को सभी ने बीजीपी नेता केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और पंजाब के प्रभारी राज्‍य सभा सांंसद दुष्यंत गौतम की मौजूदगी में पार्टी की सदस्‍यता स्‍वीकार की.

कांग्रेस में बड़ी टूट, दो व‍िधायक हुए भाजपा में शाम‍िल

बीजेपी ने मंगलवार को अपने  जनाधार मजबूत करने कार्यक्रम के तहत कांग्रेस के सामने बड़ा चुनौती रखी है. असल में मंगलवार को बीजेपी में शाम‍िल होने वाले दोनोंं व‍िधायक कांग्रेस से हैं. जि‍समें फतेहजंग सिंह बाजवा कांग्रेस के टि‍कट पर कादियां विधानसभा सीट से व‍िधायक  चुने गए थे.  तो वहीं  बलविंदर सिंह लाडी कांग्रेस के टि‍कट पर श्री हरगोबिंदपुर से व‍िधायक हैं. इसके साथ ही मंगलवार को पूर्व अकाली विधायक गुरतेज सिंह घुड़ियाना, पूर्व सांसद राजदेव सिंह खालसा, अकाली नेता जगदीप सिंह,  पूर्व जज मधुमीत सिंह और पूर्व क्र‍िकेटर द‍िनेश मोंगि‍या ने बीजेपी की सदस्‍यता ग्रहण की है.

बाजवा का पार्टी बदलना कांग्रेस को पड़ सकता है भारी

दो व‍िधायकों समेत कई द‍िग्‍गज को सदस्‍यता द‍िलाकर बीजेपी ने मंगलवार को पंजाब की राजनीत‍ि में तो बड़ा धमाका तो क‍िया ही साथ ही कांग्रेस के सामने भी संगठन बचाए रखने की चुनौती रखी है. राजनीत‍िक जानकारोंं का मानना है क‍ि बाजवा का बीजेपी में शाम‍िल होना कांग्रेस के भारी पड़ सकता है. असल में फतेहजंग स‍िंंह बाजवा चंडीगढ़ से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा के भाई हैं और कादियां विधानसभा सीट से व‍िधायक है, लेकि‍न इस सीट को लेकर दोनों भाईयों में राजनीति‍क तलवारें खींची हुई हैं. ज‍िसके तहत दोनों भाई इस सीट पर अपनी दावेदारी कर चुके हैं, लेक‍िन कुछ दिन पूर्व ही पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने फतेहजंग के समर्थन में रैली करते हुए इस सीट से फतेहजंग को जिताने की अपील की थी. ऐसे में फतेहजंग का पार्टी बदलना चुनाव में कांग्रेस को असहज कर सकता है. वहीं व‍िश्‍लेषकों का यह भी मानना है क‍ि फतेहजंग कैप्टन अमर‍िंदर स‍िंंह के करीबी रहे हैं और फतेहजंग का पंजाब के माझा इलाके में जनाधार है. ज‍िसका भाजपा गठबंंधन को फायदा म‍िल सकता है.

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