चरित्र के बिना जीवन की सार्थकता समाप्त हो जाती है– बोधराम कंवर


 कोरबा 13 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। शिक्षा तभी सफल होती है जब चरित्र का विकास होता है यदि युवाओं में चरित्र नहीं है तो उनके जीवन की सार्थकता समाप्त हो जाती है  मानवी सद्गुणों को सीखने व संभलने का आयाम राष्ट्रीय सेवा योजना के ग्रामीण शिविरों में मिलता है इसलिए युवाओं को शिविरों में जोड़ना चाहिए उक्त उद्गार कमला नेहरू महाविद्यालय कोरबा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर के चिन्हित ग्राम में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के उद्घाटन अवसर पर सुप्रसिद्ध शिक्षित तथा कटघोरा विधानसभा के पूर्व विधायक श्री बोधराम कंवर ने वक्त किया । ग्रामीण विकास के लिए युवा थीम पर आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के दौरान स्वयंसेवकों द्वारा विद्यालय परिसर में स्वच्छता, श्रमदान कर परिसर की सफाई, विद्यालय परिसर में 20 प्रकार की औषधि पौधों का संग्रहण कर औषधि उद्यान बनाने का कार्य, जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग पीठ का निर्माण तथा कोविड़ टीकाकरण के लिए युवाओं को प्रेरित करने का कार्य शिविरार्थियों द्वारा किया जाएगा \

शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने कहा कि युवा अवस्था में फिसलने या लक्ष्य से भटकने की आशंका भी बनी रहती है जब स्वयं सेवकों को ग्रामीण शिविरों में अच्छा माहौल एवं परिस्थितियां मिलती है तो उनके जीवन की बाधाएं समाप्त हो जाती है शिविर में ग्राम पाली के प्राथमिक विद्यालय के संरक्षक दिलहरण सारथी ने भी संबोधित किया।समारोह में महाविद्यालय के प्राध्यापक अजय मिश्रा, अनिल राठौर, सरपंच श्रीमती कमला बाई कंवर,  अंतराम डिकसेना, नरपाल सिंह कंवर, गोरेलाल यादव,पंच इंद्रपाल सिंह कंवर, अजत राम यादव, मिनेश पूरी गोस्वामी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती लीला बाई यादव, करण सारथी, मितानिन सुनीता यादव, के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला संगठक  वाय के तिवारी तथा आभार ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी जी एम उपाध्याय द्वारा किया गया।