दलित युवती से एकतरफा प्यार करता था पवन,’गोरी मैम’ के नाम से सेव किया था मोबाइल नंबर…

प्रयागराज29 नवंबर (वेदांत समाचार)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक दलित परिवार के चार सदस्यों की हत्या और रेप के आरोप में पकड़ा गया पवन सरोज दलित युवती से एकतरफा प्यार करता था. जबकि युवती उससे दोस्ती नहीं करना चाहती थी. क्योंकि पवन अनपढ़ था और युवती परीक्षाओं को तैयारी कर रही थी. वह सोशल मीडिया से दूर रहती थी. लेकिन पवन उससे दोस्ती करना चाहता और उसने युवती का नंबर ‘गोरी मैम’ के नाम से सेव किया था. दरअसल टीवी में आने वाले सीरियल ‘भाभी जी घर पर हैं’, में अभिनेत्री का नाम गोरी मैम है. इसलिए पवन ने उसका नाम ‘गोरी मैम’ के नाम से मोबाइल में नंबर सेव किया था.

वहीं पुलिस का कहना है कि पवन शातिर है और वह अनपढ़ है. वह लिखना पड़ना नहीं जानता है. लेकिन मोबाइल में नंबर हासिल करने से लेकर चैटिंग करने में माहिर है. वह शब्दों को पहचानता है. वहीं पुलिस ने रविवार को जब पवन को मीडिया के सामने पेश किया तो उसने स्वीकार किया कि उसने मैसेज भेजा था लेकिन हत्या और दुष्कर्म से इनकार किया. पुलिस पवन के बारे में कह रही है कि वह पढ़ा-लिखा नहीं है और वह काम करता है. वह मृतक के घर के पीछे भट्ठे पर काम करता था और दलित किशोरी से एक तरफा प्यार करने लगा. लेकिन लड़की पढ़ी लिखी थी और वह पवन की तरफ देखती भी नहीं ती. वहीं जब मीडिया ने पवन से उसके कारोबार के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह प्लंबर का काम करता और कभी ईंट भट्ठे में काम करने नहीं गया. उनका कहना था कि पुणे में काम करने वाला गंगे भट्ठे पर जाया करते था और वह उससे मिलने गया था. पुलिस के अनुसार पवन की उम्र 23 वर्ष है.

आई हेट यू मैसेज से हुई पवन की पहचान

एडीजी प्रेम प्रकाश ने रविवार को सुबह 11.45 बजे ट्विट कर खुलासे की ओर इशारा किया था. एडीजी ने पवन कुमार की फोटो अपलोड करते हुए लिखा था कि फाफामऊ में सामूहिक हत्या और रेप के मामले में मृतक लड़की वाट्सएप पर मैसेज परेशना कर रहा था और उसने आखिरी आई हेट यू भेजा था और ये मैसे पवन सरोज को भेजा गया था. इसी आधार पर पवन कुमार से पूछताछ चल रही है. वहीं पुलिस का कहना है कि अब इस मामले में पॉक्सो की धाराएं हटाई जा रही हैं. क्योंकि मृतका बालिग है. इसके साथ ही एससी और एसटी एक्ट की धाराएं हटाई जाएंगी. क्योंकि पवन सरोज लड़की की बिरादरी का है.

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही लड़की

एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि पुलिस को मृतका के घर से उसका आधार कार्ड मिला हैऔर इसमें जन्म तिथि का उल्लेख 4 जून, 1996 किया गया है और इस आधार पर वह वह बालिग थी. उसकी उम्र 25 साल थी और उसने कानपुर यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएशन किया था. वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था और उसे हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और ग्रेजुएशन में अच्छे अंक मिले थे. वहीं युवती ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते समय फेसबुक का इस्तेमाल बंद कर दिया था और वह इंस्टाग्राम पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों से चैट किया करती थी.