Crime : एक करोड़ के गबन के आरोपी की संदिग्ध मौत, रुड़की जेल में था बंद

देहरादून. उत्तराखंड के रुड़की से बड़ी खबर आई, जहां जेल में गबन के मामले में बंद एक कैदी की संदिग्ध मौत हो गई. यह आईआईटी का पूर्व कर्मचारी था, जिस के खिलाफ 1 करोड़ रुपये से ज़्यादा की राशि के गबन का केस चल रहा था. वहीं, नानकमत्ता में 25 दिन पहले हुई एक संदिग्ध मौत का मामला तूल पकड़ रहा है और लोग विरोध प्रदर्शन पर उतर आए हैं. उधर, बागेश्वर में दीवार पर सर पटककर एक की हत्या कर देने वाले आरोपी को अदालत ने दोषी पाया, तो उसे 10 साल की सख्त कैद की सज़ा सुनाई. इधर, देहरादून में फिर साइबर अपराध का एक मामला सामने आया है.

1. रुड़की में कैदी की मौत के बाद लगे आरोप


रुड़की उपकारागार में बन्द आईआईटी के उस पूर्व कर्मचारी की सन्दिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिस पर एक करोड़ 5 लाख रुपये के गबन का आरोप था. 11 नवम्बर को मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा गया था. शुक्रवार को अचानक आरोपी की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल भेजा गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक के परिजनों ने जेल प्रबंधन पर लापरवाही के साथ ही आईआईटी प्रबंधन पर भी आरोप लगाया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और जांच के बाद आगे कार्रवाई करने की बात कही जा रही है.

2. नानकमत्ता में ग्रामीणों का प्रदर्शन


25 दिन पहले नानकमत्ता में संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की मौत के मामले में पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि दो दिन गायब होने के बाद 3 नवंबर को युवक योगेश का शव पानी में उतराता मिला था और मामले में साफ तौर पर हत्या की आशंका रही. इसके बावजूद स्थानीय पुलिस मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। इधर, एसपी सिटी ने ग्रामीणों को मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया.

3. हत्या के दोषी को दस साल का कठोर कारावास


बागेश्वर में अपर सत्र न्यायाधीश कुलदीप शर्मा ने हत्या के एक मामले में दस साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई. घटनाक्रम के अनुसार 30 अप्रैल को रीमा पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत ठाड़ाइजर में वीरेंद्र को उसी के गांव के अनिल कुमार ने धक्का देकर दीवार पर पटक दिया था. वीरेंद्र की मौत मौके पर ही हो गई थी और इस घटना को मृतक की पत्नी कमला देवी ने घर की छत से देखा था. इस मामले में चश्मदीद कमला के साथ ही कुल सात गवाह अदालत में पेश किए गए. गवाहों के बयानों व सबूतों के आधार पर अदालत ने धारा 304 के तहत सज़ा सुनाई.

4. देहरादून में 6.5 लाख की साइबर ठगी


शहर के चार लोगों ने शिकायतें दर्ज करवाकर कहा कि उनसे कुल 6.5 लाख रुपये की साइबर ठगी की गई. ये चारों ही पीड़ित डालनवाला और रायपुर क्षेत्रों के हैं. एक पीड़ित ने ऑनलाइन फ्रॉड में 4 लाख रुपये का झटका लगने की बात कही, तो अश्विनी आर्य ने अपनी शिकायत में कहा कि ठग ने बैंक एजेंट के तौर पर 60,000 रुपये की ठगी की. वहीं, एक रिटायर्ड डॉक्टर ने केवायसी डिटेल्स संबंधी कॉल में सवा लाख रुपये गंवाने की बात कही. एक अन्य ने ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान 58,000 रुपये के फ्रॉड की शिकायत की.

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