कोल इंडिया ने ई-आक्शन के जरिए निविदा जारी की,कुसमुंडा खदान में बंद हो चुकी मशीनों का कबाड़ बेचने के लिए……..

कोरबा 20 नवंबर ( वेदांत समाचार ) । कुसमुंडा खदान से बंद हो चुकी (सर्वे आफ) मशीनों के कबाड़ (स्क्रैप) ले जाते एक ओवहरलोड ट्रक को सीआइएसएफ के जवानों ने पकड़ा है। जांच के दौरान ट्रक में निर्धारित मात्रा से14 टन अधिक कबाड़ मिला। घटना उजागर होने से अधिकारियो में हड़कंप मच गया।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड (एसईसीएल) की कुसमुंडा खदान में बंद चुकी मशीनों का कबाड़ बेचने के लिए कोल इंडिया ने ई-आक्शन के जरिए निविदा जारी की थी, ताकि कबाड़ बेच कर राजस्व अर्जित किया जा सके। दो कंपनी ने अधिक बोली लगा कर कबाड़ खरीदा था। इसमें महाराष्ट्र की एक कंपनी ने गुरुवार को कबाड़ उठाने के लिए महाराष्ट्र पासिंग वाहन क्रमांक एमएच 40 बीजी 5387 को खदान के अंदर भेजा था। कबाड़ लोड करने के बाद ट्रक रात नौ बजे बाहर निकलने लगा। तब एक नंबर बेरियर के पास तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवान ट्रक रोका और दस्तावेज के साथ ही सामान की जांच पड़ताल की। इस दौरान दस्तावेज में अंकित वजन से ट्रक में लोड कबाड़ की मात्रा अधिक होने की आशंका हुई।

इस पर सीआइएसएफ द्वारा फिर से ट्रक को वजन (रिवेट) कराने कांटाघर लाया गया, जहां पर करीब 14 टन कबाड़ अधिक मिला। इस पर जवान ने अधिकारियों को जानकारी देने के साथ ही वाहन खड़ा करा दिया। शुक्रवार की सुबह विभागीय जांच टीम, सीआइएसएफ, विभागीय सुरक्षाकर्मी, कुसमुंडा पुलिस, रीजनल स्टोर इंचार्ज के समक्ष पुन: ट्रक का वजन किया गया, तब भी वजन 14 टन अधिक मिला। कुसमुंडा पुलिस वाहन जब्त कर थाना ले गई।


पांच सदस्यीय समिति बनी है निगरानी के लिए नीलामी किए गए कबाड़ को क्षेत्रीय स्तर पर सुपुर्दगी के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इसमें नोडल अधिकारी एसएनडी (स्क्रेब एंड डेमेज), डिपो आफिसर, वर्कशाप प्रभारी, क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी व वित्त विभाग का एक अधिकारी शामिल है। इनके देखरेख में कबाड़ काटने से लेकर ट्रक में लोड करने, ट्रक समेत वजन करने, खदान से बाहर निकालने की पूरी जिम्मेदारी है। इसके बावजूद ट्रक में निर्धारित मात्रा से अधिक कबाड़ लोड कर बाहर निकलते पकड़ा गया। इस तरह घटना से कंपनी को लाखों रुपए का चूना लग रहा है।


कांटाघर खराब होने की बहानेबाजी मामला उजागर होने के बाद कुसमुंडा के अधिकारी अब कांटाघर (वेब्रिज) खराब होने की बात कहने लगे हैं। 18 नंबर कांटाघर से ट्रक तौल कर बाहर निकला था। अधिकारियों का कहना है कि वेब्रिज में तकनीकी खराबी आ गई थी, इससे वजन कम दर्शाया गया। सवाल यह उठता है कि जब वेब्रिज खराब है तो कोयला लोड भारी वाहन उक्त वेब्रिज तौला कर बाहर कैसे निकल रहे हैं। प्रबंधन को क्या इनमें गड़बड़ी नजर नहीं आ रही। वेब्रिज खराब भी होता तो अधिकतम एक टन ही वजन कम- ज्यादा होता, पर यहां 14 टन अधिक कबाड़ निकला है।

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