दिल्ली की एयर क्वालिटी में हुआ मामूली सुधार, नोएडा-गुरुग्राम में भी कम हुआ प्रदूषण का स्तर…

दिल्ली 15 नवंबर (वेदांत समाचार)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते लॉकडाउन जैसे हालात पैदा हो गए हैं. स्कूलों को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है. सरकारी कार्यालय में ज्यादातर कर्माचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने को कहा गया है. मास्क का इस्तेमाल अब सिर्फ कोरोना से बचाव के लिए नहीं बल्कि प्रदूषण से बचने के लिए भी करना होगा. कोरोना से अभी तक पूरी तरह से राहत भी नहीं मिली कि दिल्लीवासियों के लिए प्रदूषण एक नई मुसीबत बनकर सामने आ गई है.

सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक, दिल्ली की एयर क्वालिटी (Air Quality) में सोमवार को मामूली सुधार देखा गया. सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 342 यानी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण (Air Pollution) में बढ़ोतरी को ‘आपात’ स्थिति करार दिया और राष्ट्रीय राजधानी में लॉकडाउन लागू करने का सुझाव दिया.

दिल्ली में प्रदूषण के चलते लॉकडाउन जैसे हालात

इसके बाद, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण के संकट से निपटने के लिए कई आपात उपायों की घोषणा की जिनमें एक सप्ताह के लिए स्कूलों को बंद करना, निर्माण गतिविधियों पर रोक और सरकारी कर्मचारियों के लिए घर से काम करना (वर्क फ्रॉम होम) शामिल हैं. SAFAR के बुलेटिन में कहा गया है कि AQI में मंगलवार तक सुधार होने की संभावना है. सफर के मुताबिक, हवा की धीमी गति के कारण 16 नवंबर की रात से एक्यूआई बिगड़ने की संभावना है. जबकि 17 नवंबर को एयर क्वालिटी ‘बेहद खराब’ श्रेणी से थोड़ा ऊपर रह सकती है.

नोएडा-गुरुग्राम के प्रदूषण में दिखा मामूली सुधार

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR), खासकर नोएडा और गुरुग्राम में प्रदूषण के स्तर में भी मामूली सुधार हुआ है. नोएडा में एक्यूआई 387 पर ‘बहुत खराब श्रेणी’ के ऊपरी छोर पर दर्ज किया. गुरुग्राम की वायु गुणवत्ता में भी सुधार देखा गया और अब यह 317 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी के निचले छोर पर पहुंच गई है. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 को ‘संतोषजनक’, 101 और 200 को ‘मध्यम’, 201 और 300 को ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 को ‘गंभीर’ माना जाता है.