Language Tips: कोई भाषा कैसे सीखें? आप बन सकते हैं किसी भी लैंग्वेज के महारती, अपनायें बस ये 10 तरीके

Tips to get command on a language: किसी भाषा पर मजबूत पकड़ होने से करियर की असीम संभावनाएं आपके लिए खुलती हैं. अगर आप करियर में ग्रोथ और सफलता हासिल करना चाहते हैं तो आपका कम्‍युनिकेशन स्किल में माहिर होना बेहद जरूरी है। बेहतरीन संवाद क्षमता भाषा पर कमांड के बिना संभव नहीं। आमतौर पर एक से अधिक भाषा जानने वाले लोगों को करियर में ग्रोथ के अवसर ज्यादा मिलते हैं। आजकल बड़ी-बड़ी कंपनियों में महत्वपूर्ण पदों पर अमूमन वे ही लोग पहुंचते हैं, जिन्हें एक से अधिक भाषाओं की समझ होती है। ऐसे लोग कमाते भी ज्यादा हैं।

कई बातें ऐसी हैं जो कामयाबी के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं। सफलता के लिए शिक्षा, योग्यता और दायित्व के प्रति ईमानदारी जरूरी है, लेकिन संपर्क का होना भी आवश्यक हैं। जाहिर है, हमें संपर्क साधने के लिए भाषा की आवश्यकता होती है। संपर्क-संवाद के माध्यम भाषा पर बेहतर पकड़ ही दुनिया से संचार का द्वार खोलती है। भाषा-ज्ञान के बिना किसी से प्रगाढ़ संपर्क कायम नहीं हो सकता। लोग चाहे एक दूसरे के सामने हों या बहुत दूर हों, भाषा अपने दम पर तत्काल भाव और विषय को कम्यूनिकेट कर देती है।

किस भाषा पर बनायें पकड़?

सवाल उठता है कि किस भाषा पर अपनी पकड़ बनाएं – मातृभाषा या सम्पर्क-भाषा? दरअसल मातृभाषा किसी व्यक्ति की सामाजिक एवं भाषाई पहचान होती है। यह सीखने, समझने एवं ज्ञान प्राप्ति की राह को सरल बनाती है। हालांकि इसका क्षेत्र सीमित होता है। वहीं सम्पर्क भाषा का प्रयोग सामान्य रूप से किसी ऐसे दो व्यक्तियों के बीच होता है, जिनकी मातृभाषाएं अलग हैं। इसे ‘लिंगुआ फ़्रैंका’, सेतु-भाषा या व्यापार भाषा भी कहते हैं। संपर्क-भाषा पर पकड़ बनाए बिना ग्लोबल एक्टिविटीज़ में सक्रियता से भाग लेना किसी भी व्यक्ति के लिए असंभव सा है। इसलिए ज़रूरी है कि करियर को बेहतर बनाने वाली भाषा को अपनाया जाए। आज के ज़माने में संपर्क-भाषा के तौर पर अंग्रेजी सबसे ऊपरी पायदान पर है।

भाषा से बढ़ेगी तरक्की की रफ़्तार

भाषा पर अच्छी पकड़ किसी व्यक्ति को सफलता के शिखर तक ले जा सकती है। कारोबारी संबंधों की नींव को मजबूत करने में यह काफी महत्वपूर्ण साबित होता है। कब, क्या और कितना बोलना है, यदि इसका ध्यान रखा जाए तो न केवल वक्त बचता है बल्कि बेमतलब के विवादों से भी बचा जा सकता है। अप्रिय बात भी यदि कायदे से कही जाए तो उसकी कड़वाहट को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यदि भाषा पर अच्छी पकड़ बना ली जाए तो यह न केवल किसी व्यक्ति के करियर को चार चांद लगा सकती है बल्कि ब्लॉगिंग, स्लोगन, संवाद लेखन, पटकथा लेखन, मीम्स जैसे विकल्पों के साथ करियर चयन के वैकल्पिक रास्ते भी दिखाती है।

कैसे हासिल करें भाषा में महारत?

– अगर नहीं शब्दों का ध्यान, करियर में होगा भारी नुकसान – इसे करियर मंत्र बना लें.
– वर्ड पावर बढ़ाएं, रोज़ नये शब्द सीखें और उसे प्रयोग में लाएं.
– पक्का इरादा: सीखने की रफ़्तार आपकी मेहनत, इच्छा व समय पर निर्भर करती है.
– माहौल में रहें: भाषा सीखने के लिए माहौल में रहें, बेझिझक बातें करें और अपनी गलतियों को सुधारते रहें.
– खूब पढ़ें: भाषा सीखने के लिए पढ़ना जरूरी है. इसलिए हर रोज कुछ न कुछ पढ़ना शुरू कर दें. इससे आपकी ग्रामर ठीक होगी और आप सही बोलेंगे.

– खूब अभ्यास करें: कई बार ऐसा होता है कि आप लिख तो लेते हैं, लेकिन बोल नहीं पाते हैं. इसलिए लगातार प्रैक्टिस करें. शीशे के सामने बोलकर आप अपनी झिझक दूर कर सकते हैं. ऐसा करने से आपके अंदर कॉन्फिडेंस डेवलप होगा.
– अपनी चुनिंदा संपर्क भाषा में लिखना और बोलना जल्दी सीखने के लिए उसी भाषा में ही सोचना शुरू कर दें। कभी ख़ुद से बातें करें तो कभी डायरी लिखें, लेकिन रोज कुछ न कुछ जरूर लिखें।
– अपनी पसंद की भाषा में पॉडकास्ट सुनें। किताबें पढ़ें और उनके बारे में अपनी डायरी में लिखें।

– इंटरनेट का सदुपयोग करें: डिजिटल युग में आप ऐप्स की मदद से भी शब्द ज्ञान-भाषा ज्ञान बढ़ा सकते हैं।
– घ्यान रहे, भाषा ज्ञान हासिल करने की प्रक्रिया को कभी नीरस न होने दें।

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