मध्य प्रदेश 31 अक्टूबर ( वेदांत समाचार )। इंदौर में खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने खजराना क्षेत्र में नाले किनारे मिठाई तैयार करने वाले एक कारखाने पर छापामार कार्यवाही करते हुए वहां से मिठाइयों में मच्छर और कीड़े मिली मिठाइयां जप्त की है. अफसरों ने मौके से लगभग 8 क्विंटल मिठाई जब्त की है और सात मिठाइयों के सैंपल लिए हैं. वहीं मिठाई निर्माता के खिलाफ खजराना थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है.
दरअसल मिलावट खोरी के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत इन्दौर की खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने स्टार चौराहा स्थित मिठाई के कारखाने पर छापामार कार्यवाही करते हुए गंदगी में बन रही 8 क्विंटल मिठाई जप्त की है. इसी के ही साथ अफसरों ने जब स्टार चौराहा के पास स्थित फर्म मेसर्स गर्ग मावा भंडार के संचालक राकेश गर्ग से खाद्य विभाग के लाइसेंस के बारे में पूछताछ की तो वो भी उनके पास उपलब्ध नहीं था.
मिठाइयों में लगे हुए थे कीड़े और मच्छर
दुकानदार ने मावा कतली, मावा रोल, मावा कटलस, पेड़ा, गुपचुप, मीठा मावा, चॉकलेट बर्फी आदि लगभग 8 क्विंटल मिठाई बना रखी थी. इनमें से कई मिठाइयों में तो मच्छर और कीड़े भी लगे हुए थे.
पहले भी हो चुकी है इस मिठाई दुकान पर कार्रवाई
अफसरों की पूछताछ में संचालक गर्ग ने बताया कि वह मिठाइयों को तैयार करने के लिए बड़ी मात्रा में दमोह और झांसी से मावा मंगवाता था. बताया जा रहा है कि जिस स्थान पर वर्तमान में मिठाइयां तैयार की जा रही थीं. उस जगह पर पूर्व में एक ढाबे का संचालन किया जाता था. साथ ही इसी प्रतिष्ठान पर तीन साल पहले भी कार्रवाई किए जाने की बात भी सामने आई है. फिलहाल खाद विभाग ने कारखाने संचालक के खिलाफ खजराना थाने में मामला दर्ज कराकर कारखाने को सील कर दिया है वही जांच के लिए सेम्पल लैब भेज दिए हैं. रिपोर्ट आने के बाद प्रशाशन कारखाने पर बड़ी कार्यवाही कर सकता है.
धार में भी लिए गए मिठाइयों के नमूने
धार में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के दल के द्वारा जिले में मनावर एवं धार में दीपावली के त्यौहार को देखते हुए मिठाइयों के नमूने लिए गए. धार में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सचिन लौगरिया और आरजी मऊटा के द्वारा त्रिमूर्ति चौराहा स्थित बमबम स्वीट्स का निरीक्षण किया गया और मिठाई निर्माण हेतु भंडारित मावा तथा पेड़ा का नमूना जांच हेतु लिया गया. इसी क्रम में बख्तावर मार्ग धार स्थित पराग स्वीट्स का निरीक्षण कर विक्रय के लिए भंडारित पेड़ा और दूध कतली के नमूने जांच हेतु लिए गए.
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