कोरबा 04 सितम्बर (वेदांत समाचार) । प्रदेश में सहायक शिक्षकों के बीच व्याप्त वेतन विसंगति को लेकर प्रांतीय आह्वान पर पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर घेराव किया जाएगा। इस संबंध में शुक्रवार को सहायक शिक्षकों ने एक बैठक रखी थी। सभी की सहमति से बैठक में शासन को पुनः स्मरण कराने और वेतन विसंगति दूर करने की मांग करते हुए यह प्रदर्शन किए जाने का निर्णय लिया गया है।
राजधानी रायपुर में राज्य भर के सभी शिक्षक एकजुट होकर पैदल मार्च कर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे। इसी संबंध में सहायक शिक्षक फेडरेशन के कोरबा इकाई रायपुर कूच करने के लिए प्रांतीय पदाधिकारी तरुण वैष्णव एवं जिलाध्यक्ष विनोद सांडे के नेतृत्व में एक अति आवश्यक बैठक शिक्षक सदन में रखी गई। इसमें पांचों ब्लाक के शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित होकर रायपुर जाने के लिए हुंकार भरी है। इस संबंध में अनेक बार शासन को ज्ञापन दिया गया है, पर अभी तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यही वजह है जो सभी शिक्षक पांच सितंबर को यह प्रदर्शन करने बाध्य हैं।
सहायक शिक्षक एकजुट होकर अपनी मांगों पर ध्यान आकृष्ट कराकर पूरा कराने के लिए मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे। शिक्षक नोहर चंद्रा ने कहा कि वेतन विसंगति दूर नहीं हो पाने के कारण सहायक शिक्षक को हर महीने 12 से 14000 रुपये का नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। यह विसंगति दूर करने की अपनी यह मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का उद्देश्य लेकर ही यह आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है। हमें आशा है कि मुख्यमंत्री इस पर गंभीरतापूर्वक विचार करेंगे और हमारी वेतन विसंगति को दूर करेंगे। वर्तमान में प्रदेशभर के एक लाख नौ हजार सहायक शिक्षक वेतन विसंगति से जूझ रहे।
वर्ष 2013 में पुनरीक्षित वेतनमान लागू हुआ था और तभी से उनकी वेतन संबंधी विसंगतियों को दूर नहीं किया गया। उन्हें वर्ष 2013 से लेकर अब तक आठ साल से यह नुकसान उठाना पड रहा है। इस समस्या के निराकरण के लिए समय.समय पर शांति पूर्वक ज्ञापन व चर्चा कीए पर कोई हल नहीं निकला। अपनी मांगें सीएम तक पहुंचाने के लिए जिले के सभी विधायकगणों के ज्ञापन सौंपा गया था।
शिक्षकों का कहना है कि समय-समय पर शासन-प्रशासन से मिलने वाले दायित्व एवं प्रशासनिक कार्य भी वे निपटा रहे, पर उनकी इस समस्या के हल पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिले में करीब छह हजार शिक्षक शासकीय विद्यालयों में अध्यापन कार्य कर शिक्षकीय सेवा प्रदान कर रहे हैं। इनमें सहायक शिक्षक एलबी लोकल बाडी, की संख्या करीब चार हजार है, जो जिले के पांच विकासखंड एवं निकाय क्षेत्रों में संचालित कुल 1498 शासकीय प्राथमिक शालाओं में बच्चों की शिक्षा सुदृढ करने जुटे हुए हैं। शिक्षकीय कार्यों के अलावा अपनी शाला के आस-पास के क्षेत्र में सामाजिक, सामुदायिक एवं विभिन्न विभागों की योजनाओं में सहयोग भी निरंतर सहयोग किया जाता रहा है। एक शिक्षक के दायित्व से कहीं आगे कार्य कर के भी यह विवशता उठानी पड रही।
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