कोरबा 8 जुलाई (वेदांत समाचार)।सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने कोरबा कलेक्टर, कोतवाली थाना प्रभारी व जिला पुलिस अधीक्षक कोरबा को एक पत्र लिखकर पिछले दिनों शासकीय स्वास्थ्य केंद्र कोरबा शहर में खनिज न्यास मद से पदस्थ डॉक्टर अशोक मखीजा द्वारा अपने निजी क्लिनिक में गरीबों के लिए शासकीय वैक्सीन को बिना अनुमति के अपने निजी चिकित्सालय में 600₹ से लेकर 5000₹ तक राशि प्राप्त कर वैक्सीन लगाया करता था जिसके फलस्वरूप जिला कलेक्टर को जानकारी मिलने पर डॉक्टर मखीजा को उनके पद से बर्खास्त तथा उनके निजी अवैध क्लीनिक को सील कर अनुविभागीय अधिकारी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जांच प्रतिवेदन में डॉ मखीजा ने वैक्सीन लगाना तो स्वीकार कर लिया लेकिन वैक्सीन कहां से लाया गया था इसकी जानकारी नहीं दे रहे हैं ऐसी परिस्थिति में डॉक्टर मखीजा के विरुद्ध अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाई गई है जिससे पता चल सके कि आखिर वैक्सीन की हेरा फेरी कौन और कहां से हो रही थी।
सिन्हा ने आगे बताया कि माननीय कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक तथा कोतवाली थाना प्रभारी को डॉक्टर मखीजा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर सूक्ष्म जांच करने की मांग की है जांच की बिंदुओं को उठाते हुए सिन्हा ने लिखा है कि डॉक्टर मखीजा किसके अनुमति से तथा कहां से वैक्सीन अपने निजी क्लीनिक में विक्रय कर रहे थे क्या वह वैक्सीन नकली था या असली तथा शासकीय टीका केंद्रों में प्रतिदिन वैक्सीन की उपलब्धता वितरण तथा अनुपयोगी वैक्सीन का लेखा-जोखा रहता है फिर डॉक्टर मखीजा के पास वैक्सीन कहां से आया किन के माध्यम से आया यह जांच का विषय है साथ ही साथ डॉ मुखीजा के अतिरिक्त अन्य निजी अस्पतालों तथा संस्थाओं द्वारा गैर कानूनी ढंग से वैक्सीन का हेरा फेरी या विक्रय हो रहा था या नहीं यह सूक्ष्म जांच का विषय है और यह तभी संभव है जब डॉक्टर मखीजा के विरुद्ध महामारी एक्ट के तहत तथा हेरा फेरी कर शासकीय वैक्सीन विक्रय करने का आरोप से संबंधित विधिक धाराओं के तहत तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर डॉक्टर मखीजा की गिरफ्तारी आवश्यक है तभी वैक्सीन हेरा फेरी की सही जांच हो सकेगी तथा इस जांच में बहुत बड़े राकेट का भी खुलासा हो सकता है।
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