केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए संकल्प पत्र का पार्ट-3 जारी कर दिया है. पार्टी की ओर से लगातार तीसरी बार कई बड़े ऐलान किए गए हैं. संकल्प पत्र को जारी करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह केवल कोरे वादे नहीं हैं.
हम चुनाव को गंभीरता से लेते हैं. इस दौरान शाह ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 5 साल में हम दिल्ली की सभी समस्याओं का अंत करेंगे, हम दिल्ली की जनता से अपील करते हैं झूठ, फरेब की राजनीति को दंड दीजिए. एक भी गरीब कल्याण की योजना दिल्ली में बंद नहीं की जाएगी. पीएम मोदी खुद भी ऐसा बोल चुके हैं.
शाह ने कहा कि दिल्ली की जनता केजरीवाल से जवाब मांग रही है. यह कहकर आए थे कि हम हम गाड़ी नहीं लेंगे, बंगला नहीं लेंगे, सुरक्षा नहीं लेंगे, लेकिन अब दिल्ली की जनता उनसे जवाब मांग रही है. दिल्ली में बड़े-बड़े घोटाले हुए लेकिन हमने किसी शिक्षा मंत्री को घोटाला करते हुए नहीं देखा. उन्होंने कहा था कि 7 साल में यमुना को साफ कर दूंगा और दिल्ली वालों के सामने डुबकी लगाउंगा. मैं कहना चाहता हूं कि दिल्ली की जनता आपकी राह देख रही है कि आखिर आप यमुना में डुबकी कब लगाओगे. आप अगर यमुना में डुबकी नहीं सकते हैं तो महाकुंभ में डुबकी लगा आइए.
नए घोषणा पत्र में किए गए वादे
1700 अनधिकृत कॉलोनियों को संपूर्ण मालिकाना हक देंगे.
13000 सील दुकानों को दोबारा खोला जाएगा.
शरणार्थी कॉलोनियों को भी मालिकाना हक देने का काम करेंगे.
पाकिस्तान से आए हुए सभी शरणार्थियों को मालिकाना हक देंगे.
दिल्ली के युवाओं के 50 हजार सरकारी नौकरियां देंगे.
20 हजार करोड़ के निवेश के माध्यम से इंटीग्रेटेड पब्लिक नेटवर्क बनाएंगे.
टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यूपी और हरियाणा सरकार के साथ मिलकर कॉरिडोर बनाए.
यमुना रिवर विकास फ्रंट बनाएंगे जो साबरमती के तरह होगा.
13000 बसों को ई बस में कन्वर्ट करके दिल्ली को 100 प्रतिशत ई बस सेवा देंगे.
ग्रीक वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड बनाएंगे.
टेक्सटाइल वर्कर्स को भी हम वित्तीय लाभ देंगे, 10 लाख का बीमा और 5 लाख दुर्घटना बीमा देंगे.
‘दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर घोटाला हुआ’
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर घोटाला किया गया. दिल्ली के अस्पतालों में बेड की संख्या डबल करने, 24 घंटे स्वच्छ जल, शुद्ध हवा देने का वादा भी आपने पूरा नहीं किया. करप्शन मुक्त करने का वादा किया था, लेकिन आपके जितने भी एमएलए, एमपी, आप और आपके मंत्री भ्रष्टाचार के मामले में ही जेल गए. बेल को क्लीन चीट बताकर आप आरोपों से बच नहीं सकते हैं. आज पूरी दिल्ली की जनता कूड़े से परेशान है. दिल्ली में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का वादा भी किया था, लेकिन खिलाड़ी आज भी उसे खोज रहे हैं.
दिल्ली में कभी भी करप्शन का लेवल इतना नहीं था, बोले शाह
अमित शाह ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या लगातार कम हो रही है. दिल्ली में विश्व स्तरीय ड्रेनेज सिस्टम बनाने का ऐलान किया था, लेकिन जरा दिल्लीवालों को बता दो तो कि आखिर बना कहा है. दलित मुख्यमंत्री का भी वादा किया था, लेकिन 10 साल बाद भी ये वादा पूरा नहीं किया. दिल्ली में कभी भी करप्शन का लेवल इतना बड़ा नहीं हुआ जितना इनके शासन में हुआ.
’52 करोड़ रुपए का शीश महल बना दिया’
शराब नीति बनाने में इन्होंने एक ही चीज को ध्यान में रखा कि उनकी आय कैसे बढ़ेगी. राशन कार्ड बांटने का घोटाला हुआ. डीटीसी बस का घोटाला हुआ. 500 करोड़ के पैनिक बटन लाए जो दिखाई नहीं पड़ते. 52 करोड़ रुपए का शीश महल बनाया. मोहल्ला क्लीनिक को घोटाले का जरिया बनाया. इनके पास दिल्ली के कूड़े को उठाने के लिए भी पैसे नहीं है.
‘केंद्र सरकार ने दिल्ली को रहने लायक बनाया’
बीजेपी नेता ने कहा कि हमने 41 हजार करोड़ रुपए दिल्ली की अलग-अलग सड़कों के लिए खर्च किया. एक प्रकार से अगर दिल्ली में नरेंद्र मोदी जी और उनकी केंद्र सरकार काम नहीं करती तो शायद दिल्ली रहने लायक नहीं रहती है. 2.5 लाख रेहड़ी पटरी वालों को लोन देने का काम किया. काम करना और वादे करना दोनों अलग-अलग बातें होती हैं. हम वादे भी करते हैं उसे पूरा भी करते हैं.
पीएम मोदी ने पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस को स्थापित
2014 से नरेंद्र मोदी जी ने देश के अंदर पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस को स्थापित किया है और बीजेपी ने जितने भी चुनाव आए, उनमें जो वादे किए थे उन्हें पूरा करने का गंभीरता से प्रयास किया है. इसलिए दिल्ली प्रदेश भाजपा ने महिलाओं, युवाओं, जेजे कलस्टर के निवासियों, असंगठित मजदूरों, मध्यम आय वर्ग, व्यापारियों, पेशेवरों के साथ नीचे तक जाकर सुझाव प्राप्त करने का काम किया है. अलग-अलग प्रकार के 1 लाख 8 हजार लोगों ने अपने सुझाव दिए हैं. 62 प्रकार की अलग-अलग समूहों की बैठक की गई और 41 LED वैन के माध्यम से हमने सुझाव मांगे.