रायगढ़, 15 जनवरी, (वेदांत समाचार)। थाना कोतरारोड़ अंतर्गत गोरखा में रहने वाले अजीत सिंह (परिवर्तित नाम) ने पारिवारिक विवाद के बाद अपनी पत्नी से अलग हुए दो बच्चों को वापस पाने के लिए एसडीएम न्यायालय रायगढ़ में आवेदन दिया था। लवकेश की पत्नी बच्चों को लेकर गुजरात चली गई थी, जिसके बाद एसडीएम रायगढ़ ने मामले की सुनवाई करते हुए थाना प्रभारी कोतरारोड़ को दोनों बच्चों की तलाश और उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत करने के तलाशी वारंट जारी कर आदेश दिए।
आवेदक ने थाना प्रभारी निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी से मिलकर पूरी स्थिति बताई, जिसके बाद थाना प्रभारी ने मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी। उनके मार्गदर्शन में प्रधान आरक्षक प्रेम सिंह सिदार, महिला आरक्षक किशोरी चौहान और आरक्षक शिवा प्रधान की एक टीम गठित की गई, जिसे गुजरात के जामनगर जिले के थाना मेघपुर भेजा गया। पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए दोनों बच्चों की खोजबीन की और उन्हें आवेदक के साथ रायगढ़ वापस लाया।
बच्चों की उचित देखभाल और पालन-पोषण के लिए न्यायालय ने आदेश जारी किया और दोनों बच्चों को उनके पिता लवकेश सिंग के सुपुर्द कर दिया। यह कार्रवाई न केवल कानून की जीत है, बल्कि एक संवेदनशील पहल भी है, जिसने एक बिछड़े हुए परिवार को फिर से एकजुट किया।