विषय की बारीकियों को बड़ी सरलता से समझा सकता है एक बढ़िया माॅडल: डाॅ प्रशांत बोपापुरकर

0 कमला नेहरु महाविद्यालय में पैडागाॅजिकल आर्ट एवं टीचिंग एग्जीबिशन आयोजित

कोरबा, 15 जनवरी (वेदांत समाचार)। इस प्रदर्शनी में हिस्सा ले रहे बीएड प्रशिक्षार्थी आगे जाकर स्वयं शिक्षक की भूमिका निभाएंगे। तब उन्हें अपने विद्यार्थियों को भी इसी तरह खूबसूरत और प्रभावी माॅडल बनाने की विधि समझानी होगी। कला हो या विज्ञान, एक अच्छे माॅडल के जरिए से हम किसी विषय की गूढ़ बातों से आकर्षक बनाकर काफी सरलता से समझते और समझाते हैं। उदाहरण के लिए शरीर के भीतर छुपा दिल आखिर कैसे काम करता है, आज यहां इस प्रदर्शनी में प्रस्तुत एक माॅडल के जरिए आसानी से समझा जा सकता है। इस तरह के यहां अनेक प्रयास बड़ी खूबसूरती से पेश हुए, जिसके लिए शिक्षा संकाय की पूरी टीम सराहना की पात्र है। हमें विश्वास है कि आज का यह आयोजन बीएड के इन प्रशिक्षार्थियों के भविष्य के लिए फायदेमंद और प्रेरक साबित होगा।

यह बातें कमला नेहरु महाविद्यालय में आयोजित प्रदर्शनी में प्राचार्य डाॅ प्रशांत बोपापुरकर ने कहीं। यहां बीएड प्रशिक्षार्थियों के लिए गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को पैडागाॅजिकल आर्ट एवं टीचिंग एग्जीबिशन का आयोजन किया गया। शिक्षा संकाय के तत्वावधान में आयोजित इस प्रदर्शनी में महाविद्यालय के बीएड प्रथम एवं द्वितीय वर्ष समेत कुल 185 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। मुख्य अतिथि रहे कमला नेहरु महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ प्रशांत बोपापुरकर ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने निर्णायकों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया और इसके साथ ही यहां प्रस्तुत माॅडल का अवलोकन प्रारंभ किया गया। प्रदर्शन में अनेक आकर्षक एवं रोचक माॅडल प्रस्तुत किए गए थे। इनमें मुख्य रुप से गणित विषय अंतर्गत थेल्स प्रमेय पर आधारित, त्रिकोणमीति, त्रिभुज के प्रकार, ज्यामितीय पार्क, अंग्रेजी विषय में एडजेक्टिव, चंद्रयान-3, देशी फ्रिज, वाटर हार्वेस्टिंग, जलोपचार, ह्यूमन हार्ट, अंग्रेजी में ग्रामर का टेंस से संबंधित माॅडल, कोणों के गुण, स्वचलित अग्निशमन यंत्र, प्रकाश संश्लेषण, हिंदी विषय में उपसर्ग, पौंधों का जीवन चक्र, ज्वालामुखी, पर्यावरण, प्रतिमान, सूर्य ग्रहण, हाइड्राॅलिक रोबोटिक आर्म, सड़क दुर्घटनाओं से रोकथाम के उपाय जैसे आकर्षक माॅडल पेश हुए। निर्णायक की भूमिका में हसदेव एजुकेशन सोसायटी की प्राचार्य श्रीमती सुजाता बनकर एवं श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ मनोज झा ने निभाई।

प्रदर्शनी में 15 चलित एवं 43 प्रतिमान समेत 58 माॅडल प्रस्तुत हुए। प्रदर्शनी में डाॅ सीवी रमन विश्वविद्यालय से आईं डाॅ संगीता सिंह ग्रंथालय एवं सूचना विज्ञान विभाग, डाॅ अतुल मिश्रा (जंतु विज्ञान) अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा एवं डाॅ माया मिश्रा शासकीय शिक्षा महाविद्यालय काॅलेज रीवा ने भी अवलोकन कर विद्यार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान किया। इस अवसर पर भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष अजय कुमार मिश्रा, वाणिज्य के विभागाध्यक्ष बीके वर्मा, हिंदी के सहायक प्राध्यापक टीव्ही नरसिम्हम, जूलाॅजी के सहायक प्राध्यापक डाॅ सुनीरा वर्मा, वेदव्रत उपाध्याय, श्रीमती गायत्री साहू, श्रीमती स्वप्निल जायसवाल, कंप्यूटर साइंस विभाग से अभिषेक तिवारी, वनस्पतिशास्त्र से अनुराधा दुबे ने उपस्थिति दर्ज कराते हुए प्रदर्शनी का अवलोकन किया। शिक्षा संकाय से सहायक प्राध्यापक डाॅ खुशबू राठौर के संयोजन में आयोजित प्रदर्शनी को सफल बनाने श्रीमती अंजू खेस्स, डाॅ भारती कुलदीप, श्रीमती अनिता यादव, श्रीमती प्रीति द्विवेदी, डाॅ रश्मि शुक्ला, राकेश गौतम, नीतेश यादव, शंकरलाल यादव, कुणालदास गुप्ता ने सहयोग प्रदान किया।