रायपुर/जगदलपुर, 22 दिसंबर। छत्तीसगढ़ में सनी लियोन के नाम से महतारी वंदन योजना का लाभ लेने की जानकारी सामने आने के बाद मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। असल में सनी लियोन के नाम से वीरेंद्र जोशी नामक व्यक्ति जालसाजी कर अवैधानिक तरीके से राशि का आहरण अपने खाते में कर रहा था। इस मामले में कलेक्टर के निर्देश पर आरोपी युवक की खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया है।
बस्तर कलेक्टर हरिस एस ने महतारी वंदन योजना में ग्राम तालुर से संबंधित अनियमितता की जांच करने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला अधिकारियों को दिए था। जिसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग ने रविवार को संबंधितों पर आवश्यक कार्रवाई भी की है। जांच में सामने आया कि बस्तर में एक युवक सनी लियोन के नाम से योजना का लाभ ले रहा था। इस मामले में प्रशासन ने दोषी व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
बस्तर के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि मीडिया में दिखाया जा रहा समाचार महतारी वंदन योजना में सनी लियोन को मिल रहे हजार रुपए की शिकायत प्राप्त हुई। इसकी प्रारंभिक जांच से पता चला कि उक्त आवेदन ग्राम तालूर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी की आईडी से रजिस्टर्ड हुआ है।
मामले की जांच किए जाने पर पता चला कि वीरेंद्र जोशी नामक व्यक्ति द्वारा जालसाजी कर अवैधानिक तरीके से राशि का आहरण अपने खाते में किया जा रहा है। संबंधित युवक के विरुद्ध शासन के साथ धोखाधड़ी करने के अपराध में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उसके बैंक खाते को होल्ड कर वसूली की भी कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और तत्कालीन पर्यवेक्षक के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जा रही है।
सवाल कायम, कि कैसे दिया अंजाम
सनी लियोन के नाम से महतारी वंदन योजना की राशि हर महीने जारी होने का मामला सामने आने के बाद भले ही आनन -फ़ानन में संबंधित आरोपी की तलाश कर fir दर्ज कर लिया गया है लेकिन बड़ा सवाल अभी कायम है कि आखिर ऐसा हुआ कैसे? सनी लियोन के नाम से आखिर प्रकरण किसी भी कार्यकर्ता की आईडी से रजिस्टर्ड कैसे कर लिया गया?आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तो इतनी बड़ी चूक करने से रही और पर्यवेक्षक भी आवेदनों को पूरी तरह से देख कर अग्रेषित कर रहे थे। ऐसे में क्या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का आईडी- पासवर्ड किसी और के द्वारा इस्तेमाल किया गया? यदि सनी लियोन के नाम से फॉर्म भरा गया और पंजीकृत भी हुआ तो आवेदन भरते समय लगने वाले दस्तावेजों का क्या परीक्षण नहीं किया गया? सनी लियोन के नाम से आधार कार्ड, बैंक पासबुक, गरीबी रेखा कार्ड या राशन कार्ड यह सब आखिर फार्म के साथ जमा तो लिए गए होंगे तो वो कहां से आये? फिर इतनी बड़ी चूक आखिर कैसे हुई? क्या छत्तीसगढ़ के बैंक में सनी लियोन के नाम से संबंधित जिला और ब्लॉक में खाता है जो बैंक से लिंक है और वह पूरी की पूरी राशि बाकायदा ट्रांसफर भी हो रही थी, जबकि आज भी अनेक ऐसे हितग्राही पूरे प्रदेश में मिल जाएंगे जिनका राशि नियमित रूप से जारी नहीं हो पा रहा है, बिना किसी पेंशन लाभ के आधा राशि जमा हो रहा है। यह भी हुआ है कि शुरू के दिनों में आवेदन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से प्राप्त कर संबंधित नगरी निकाय, नगर पंचायत, जनपद पंचायत के दफ्तरों में एंट्री कराए गए थे, गड़बड़ी यहां से भी सम्भव है। इसके अलावा बीच-बीच में DBT और NEFT का भी मामला सामने आता रहा जिसमें NEFTसे राशि प्राप्त कर रहे सभी हितग्राहियों को बैंक से खाता और आधार कार्ड लिंक करते हुए डीबीटी करने कहा जा रहा था ताकि सीधे उनके खाते में पैसा आ जाए और एनईएफटी ना करना पड़े। जब इतनी सारी प्रक्रियाओं से गुजर कर राशि जारी हो रही है तो भला सनी लियोन के नाम से राशि कैसे ट्रांसफर होती रही? यह बड़ी गंभीर चूक और गहन जांच का विषय है।