महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद रविवार को कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है। मंत्रिपद के लिए चुने गए विधायकों को फोन किए जा रहे हैं। शाम 4 बजे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन नागपुर में नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे।
बता दें कि इससे पहले 1991 में भी नागपुर में मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया था। सूत्रों का कहना है कि थोड़ी ही देर में राज्यपाल को मंत्रियों की लिस्ट सौंप दी जाएगी। खबरें थीं कि बड़े मंत्रालयों के लिए शिवसेना, एनसीपी और बीजेपी के बीच खींचतान चल रही थी।
किन विधायकों को किया गया फोन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें शिवसेना के पांच विधायक दोबारा मंत्री बन सकते हैं। 20 कैबिनेट पद बीजेपी को दिए जा सकते हैं। इनमें से 10 या मंत्रियों का शपथ हो सकता है। एनसीपी से 10 और शिवसेना के कुल 12 विधायक मंत्रिपद की शपथ ले सकते हैं। बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को कैबिनेट में मौका मिल सकता है।
नए चेहरों की बात करें तो हिंदुत्व का प्रखर चेहरा रहे नितेश राणे, जयकुमार रावल को मंत्रिमंड में जगह मिल सकती है। अदिति तटकरे को फिर से मंत्री बनाया जा सकता है। वह पहले महिला विकास मंत्री थीं। गुलाबराव पाटिल को फिर से मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। गिरीश महाजन को भी फन किया गया है। इके अलावा पंकजा मुंडे, देवेंद्र भुवार को भी पोन जा चुका है।
कौन-कौन है संभावित मंत्री
बीजपी से मेघना बोर्डिकर, शिवेंद्रराज भोसले, नितेश राणे, चंद्रकांत पाटील, पंकज भोयार, मंगगलप्रभात लोढ़ा. जयकुमार रावल, गिरीश महाजन, पंकजा मुंडे, राधाकृष्ण विखे पाटिल, माधुरी सतीश मिसाल, गणेश नाइक, अशोक रामाजी वूइके, अतुल सेव और संजय सावकारे को मंत्री बनाया जा सकता है।
एनसीपी से अदिति तटकरे, दत्तमामा भरणे, हसन मुश्रीफ, नरहरी झिरवाल और बाबासाहेब पाटील का नाम मंत्रिपद के लिए चर्चा में हैं। वहीं शिवसेना से उदय सामंत गुलाबराव पाटील, दादा भुसे, शंभुराज देसाई, योगेश कदम, भरत गोगवले, प्रताप सरनाईक, आशीष जौस्वाल, कदाचित संजय राठोर, प्रकाश आबिटकर, संजय शिरसाट और भरत गोगवलेंची माहित को मंत्री बनाया जा सकता है।
बता दें कि राज्य में विधानसभा का शीत सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा। महाराष्ट्र में मंत्रियों की सीमा 43 है। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मंत्रिपरिषद विस्तार में शिवसेना को आवास मंत्रालय सौंप सकती है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय भाजपा के पास ही रहेगा। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के दोनों सहयोगी दलों को वही विभाग मिल सकते हैं जो उनके पास पिछली महायुति सरकार में थे, हालांकि शिवसेना को एक अतिरिक्त मंत्रालय दिया जा सकता है।
सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री शिंदे अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दो उपमुख्यमंत्रियों में से एक हैं, इसलिए भाजपा उनकी पार्टी को एक और महत्वपूर्ण मंत्रालय दे सकती है। पवार को एक बार वित्त मंत्रालय मिलने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि भाजपा मंत्रिपरिषद में कुछ नए चेहरे शामिल कर सकती है।