अगरबत्ती की फैक्ट्री में जहरीली गैस के रिसाव से 2 महिलाओं की मौत, 2 अस्पताल में भर्ती, इलाज जारी

कन्नौज । उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में मच्छर मारने वाली अगरबत्ती बनाने वाली फैक्ट्री में जहरीली गैस का रिसाव होने से दो महिलाओं की मौत हो गई. वहीं दो महिलाओं की हालत गंभीर बनी हुई है. दोनों महिलाओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गैस रिसाव की घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलने पर अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया. अधिकारियों ने फायर ब्रिगेड की टीम को फैक्ट्री की जांच के निर्देश दिए हैं.

घटना सदर कोतवली क्षेत्र के मौसमपुर मौरारा गांव में एक मच्छर मारने की दवा बनाने फैक्ट्री से जुड़ा है. फैक्ट्री देवांश ट्रेडिंग के नाम से चल रही थी. फैक्ट्री में करीब 70-80 की तादाद में लोग मजदूरी करते हैं. इस दौरान गुरुवार देर शाम 22 वर्षीय गौरी.,23 वर्षीय प्रिया समेत दो अन्य महिलाओं की अचानक तबीयत खराब होने लगी. इसके बाद वह चारों अपने-अपने घर चली गई. जहां 22 वर्षीय गौरी को इलाज के लिए कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान दोपहर करीब साढ़े 12 बजे उसने दम तोड़ दिया. वहीं 23 वर्षीय प्रिया का इलाज स्थानीय अस्पताल में करवाया गया. उसकी हालत सामान्य हो गई तो परिजन उसे घर ले आए. लेकिन शुक्रवार की सुबह होते ही करीब 9 बजे उसने भी दम तोड़ दिया. जबकि दो अन्य महिलाओं का इलाज अभी चल रहा हैं.

अधिकारियों ने दिए जांच के आदेश घटना की जानकारी जब पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला और पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने घटना स्थल का जायजा लिया. इसके साथ ही फैक्ट्री की जांच के लिए अग्निशमन विभाग को जिम्मेदारी भी सौंप दी. फिलहाल पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि मृतकों के दोनों शवों को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया है. फैक्ट्री की जांच शुरू हो गई अगर उसमें किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती हैं तो उसके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. वहीं फायर ब्रिगेड के टीम, ब्रीदिंग ऑपरेटर्स के 2 लोगों ने अंदर जाकर पानी छिड़क कर हवा में फैली जहरीली गैस के रिसाव को कम करने की कोशिश की.

गैस रिसाव से हुआ हादसा
वहीं मामले पर दमकल विभाग के सीओ मुकिमुल हक़ ने कहा कि यह जो अगरबत्ती होती है इसमे एक स्टोन के पाउडर को घोलकर करके अगरबत्ती में लगाते है. यह एक पॉइजन का रूप ले लेती है, कभी-कभी पाउडर को घोलते वक्त इसमें एक गैस बनती है जो जहरीली होती है. ज्यादा मात्रा में गैस निकलने की वजह से यह हादसा हुआ है.

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